यू-ट्यूब चैनल का संपादक पिस्टल और ड्रग्स के साथ गिरफ्तार, हैंडलर का काम कर रहे थे रिपोर्टर
कानपुर की पुलिस ने यू-ट्यूब चैनल के संपादक को पिस्टल और ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है। चैनल के रिपोर्टर ही हैंडलर का काम करते थे।

कानपुर में क्राइम ब्रांच और बिठूर पुलिस की संयुक्त टीम ने चकेरी से यू-ट्यूब चैनल के संपादक समेत दो को लोगों को पिस्टल-ड्रग्स तस्करी में गिरफ्तार किया है। इनके पास से पिस्टल, स्मैक और चरस बरामद हुई है। पूछताछ में पता चला कि चैनल संपादक मुंगेर से पिस्टल और बाराबंकी से स्मैक लेकर आता था। यू-ट्यूब चैनल की आड़ में उसने अपना नेटवर्क फैलाया था। चैनल में रिपोर्टर के नाम पर रखे गए लड़कों से उसने शहर के अलग-अलग इलाकों में स्मैक, चरस और असलहा बेचने का नेटवर्क बनवाया।
क्राइम ब्रांच ने दोनों के पास से 27.50 ग्राम स्मैक, 920 ग्राम चरस, दो पिस्टल .32 बोर मेड इन मुंगेर बरामद की हैं। स्मैक की कीमत ढाई लाख रुपये, चरस की 50 हजार और पिस्टल करीब डेढ़ लाख रुपये कीमत की हैं। डीसीपी क्राइम एसएम कासिम आबिदी ने बताया कि दोनों को मंगलवार कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
क्राइम-9 नाम से था यू ट्यूब चैनल
पकड़े गए बलराम ने बताया कि उसका यू ट्यूब चैनल क्राइम-9 के नाम से था। उसने चार लड़के भी भर्ती कर रखे थे जिन्हें आईडी कार्ड भी जारी किया था। यह लड़के चकेरी, बजरिया, जाजमऊ में सक्रिय थे। इन्हीं के जरिये स्मैक और पिस्टल बेचने का नेटवर्क बनाया था। वह खुद चैनल का संपादक था। कुछ समय पहले ही चैनल बंद हुआ है।
जंगल वाला वाटर पार्क में बने मकान से दबोचा
डीसीपी क्राइम के मुताबिक बिठूर थाने में दर्ज एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के दो अलग-अलग मामलों में काजीखेड़ा लालबंगला चकेरी निवासी बलराम राजपूत और रजत वर्मा की तलाश थी। दोनों पड़ोसी हैं। सोमवार को मुखबिर की सूचना पर दोनों को चिरान गांव में जंगल वाला वाटर पार्क में बने मकान के अंदर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी वहां घूम-घूमकर स्मैक की पुड़िया बेच रहे थे। बलराम पर चकेरी, बिठूर और छावनी में नौ मुकदमे दर्ज हैं। रजत का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। डीसीपी क्राइम ने बताया कि बलराम मुंगेर से अब तक 10 बार पिस्टल ला चुका है। कानपुर में वह पिस्टल ऊंचे दामों पर बेचता था। बलराम ने बताया कि वह 35 हजार रुपये में पिस्टल लाता था और 50 हजार रुपये तक बेच लेता था।
स्कूल कॉलेज छात्र और रईसजादों को बेचते थे पुड़िया
आरोपी स्मैक और पिस्टल बेचने के लिए स्कूल कॉलेज के युवकों और इन चीजों के शौकीन रईसजादों को तलाशते थे। जानकारी के मुताबिक 50 ग्राम स्मैक डेढ़ लाख रुपये में लाते थे। 10 ग्राम में 175 पुड़िया बनाकर बेचते थे। एक पुड़िया की कीमत 300 रुपये होती है। एक दिन में 50 पुड़िया आसानी से बेच लेते थे। इस तरह से 15 हजार रुपये हर दिन की आय कर लेते थे। पुलिस के मुताबिक बलराम का बिठूर में करोड़ों का मकान है। वह लंबे समय से इस काम में लगा है। उसका साला और परिवार के अन्य सदस्य भी इस काम में लगे हैं। वहीं रजत ने तीन माह पहले ही बलराम के साथ स्मैक बेचने का काम शुरू किया था। रजत ने बताया कि घर पर छोटा भाई व मां हैं। वह पहले लोडर चलाता था। नवंबर में उसकी शादी तय थी लेकिन अब शादी टूट जाएगी।
दो बार हुआ शातिर का इनकाउंटर, एक पैर में लगी दो बार गोली
क्राइम ब्रांच के मुताबिक 2020 में चकेरी और 2024 में रेलबाजार पुलिस ने इनकाउंटर किया था। दोनों बार उसके दाएं पैर में गोली लगी थी। यह गोली कुछ इंच की दूरी पर लगी है।