ट्रंप ने रात में PM मोदी को लगाया फोन, आतंकियों के खात्मे पर दिया ‘फुल सपोर्ट’

नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और पहलगाम आतंकी हमले पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं. हमले की निंदा करते हुए, ट्रंप ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन देने का भरोसा दिया. पीएम मोदी ने उनका धन्यवाद किया और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के भारत के संकल्प को दोहराया.

इस बारे में जानकारी साझा करते हुए, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने ‘एक्स’ पर लिखा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं. राष्ट्रपति ट्रंप ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इस घिनौने हमले के अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए भारत को पूरा समर्थन देने की बात कही. भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़े हैं.”

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राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर भी लिखा, “कश्मीर से बहुत परेशान करने वाली खबर आई है.” उन्होंने कहा, “अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मजबूती से खड़ा है. हम मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और घायलों के ठीक होने की प्रार्थना करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी और भारत के अविश्वसनीय लोगों को हमारा पूरा समर्थन और गहरी संवेदना है. हमारी संवेदनाएं आप सभी के साथ हैं.”

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व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने संवाददाताओं को बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने घटना के बारे में जानकारी दी है. लेविट ने कहा, “हम पहले से ही जानते हैं कि दक्षिण कश्मीर के एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल पर हुए क्रूर आतंकवादी हमले में कई सारे लोग मारे गए और इससे भी अधिक घायल हुए हैं.”

आतंकी हमले में कम से कम 28 लोग, जिनमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं, मारे गए और कई अन्य घायल हो गए. लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. शीर्ष खुफिया सूत्रों के अनुसार, पहलगाम हमले में 4 से 6 आतंकवादी शामिल थे, जिनमें तीन विदेशी नागरिक और एक स्थानीय कश्मीरी था. मौके से M4 और AK-47 की गोलियां बरामद हुई हैं. सुरक्षा बलों को तुरंत मौके पर भेजा गया है और उन्होंने इलाके को घेर लिया है.

अमेरिका वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का अटूट समर्थक रहा है और हाल ही में उसने पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा को प्रत्यर्पित किया है, जिस पर 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में अहम भूमिका निभाने का आरोप है. ये हमले भी लश्कर-ए-तैयबा ने ही किए थे. उन्होंने फरवरी में प्रधानमंत्री मोदी की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान प्रत्यर्पण के फैसले की घोषणा की, जो राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के बाद उनकी पहली मुलाकात थी.

Credits To Live Hindustan

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