The Traitors: क्या स्क्रिप्टेड है करण जौहर का शो ‘ट्रेटर्स’? कंटेस्टेंट अंशुला कपूर ने बताए BTS सीक्रेट्स

The Traitors: अंशुला कपूर ने अमेजन प्राइम के रियलिटी टीवी शो द ट्रेटर्स के बारे में कई BTS सीक्रेट बताए और दावा किया कि शो का एक भी सीन स्क्रिप्टेड नहीं है।

Puneet Parashar लाइव हिन्दुस्तानTue, 17 June 2025 09:11 PM
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The Traitors: क्या स्क्रिप्टेड है करण जौहर का शो 'ट्रेटर्स'? कंटेस्टेंट अंशुला कपूर ने बताए BTS सीक्रेट्स

बॉलीवुड के दिग्गज फिल्ममेकर करण जौहर का शो ‘द ट्रेटर्स’ रिलीज के साथ ही सुपरहिट हो गया है। ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुए इस शो में तमाम सेलेब्रिटीज बतौर कंटेस्टेंट शामिल हुए हैं और जीतने वाले को एक करोड़ रुपये तक जीतने का मौका है। अर्जुन कपूर की बहन अंशुला कपूर भी इस रियलिटी शो का हिस्सा बनी हैं। अंशुला कपूर ने एक वीडियो के जरिए उन लोगों को जवाब दिया है जो इस शो के स्क्रिप्टेड होने का दावा कर रहे हैं। अंशुला ने बताया कि उन्हें कोई स्क्रिप्ट नहीं दी गई थी।

शो स्क्रिप्टेड होने की बात पर क्या बोलीं अंशुला

अंशुला ने ‘द ट्रेटर्स’ के बिहाइंड द सीन्स के बारे में काफी कुछ बताया। बिजनेसमैन और हेल्थ एडवोकेट अंशुला कपूर ने बताया, “द ट्रेटर्स स्क्रिप्टेड है – मुझे पर्सनल मैसेज में यही मैसेज सबसे ज्यादा क्यों आ रहा है? लड़के और लड़कियां, ट्रेटर्स स्क्रिप्टेड नहीं है। कुल मिलाकर 20 खिलाड़ियों में से किसी एक को भी एक पर्सेंट भी स्क्रिप्ट नहीं दी गई।” अंशुला ने बताया कि मेकर्स ने इस बात की तसल्ली की थी, कि खिलाड़ी बेवजह एक दूसरे से बातचीत ना करें। अंशुका ने बताया, “चलिए पहले उन्हीं बातों से शुरू करते हैं, जो हमें पहले एपिसोड की शूटिंग से पहले मोटिवेट करने के लिए कही गईं।”

फ्लाइट और होटल में सबको रखा गया अलग

अंशुला ने बताया कि इसमें बहुत ज्यादा प्राइवेसी बरती गई थी। उन्होंने कहा- मेरा मतलब है, हमें यह भी नहीं बताया गया था कि हमारे साथी कंटेस्टेंट कौन होंगे। उन्होंने बताया, “जब हम इसकी शूटिंग के लिए मुंबई से फ्लाइट ले रहे थे… तो मुझे लगता है कि मेरी फ्लाइट में एलनाज नौरोजी, आशीष विद्यार्थी जी, सूफी मोतीवाला और जन्नत जुबैर भी थे। इसे जितना मुमकिन हो सीक्रेट रखने के लिए, चेक-इन प्रक्रिया के दौरान हमें अलग-अलग स्लॉट दिए गए थे।” अंशुला ने बताया कि होटल में भी उन्हें इस तरह रखा गया कि सभी एक दूसरे से मिल ना पाएं।

सभी से ले लिए गए थे उनके मोबाइल फोन

अंशुला ने आगे बताया कि दो दिन पहले जब हमें जोधपुर के रास्ते जैसलमेर भेजा गया था, और जब हम होटल में चेक-इन कर रहे थे, तब उनका रिस्पॉन्स ऐसा था कि – ठीक है, आपके पास तीन घंटे तक आपका फोन रहेगा। सिर्फ फोन ही नहीं। सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण। वह सब कुछ ले जा रहे थे। यह सबको एक दूसरे से अलग रखने जैसा था। क्योंकि वो नहीं चाहते थे कि हम शो के बाहर किसी तरह के लिंक बनाएं। मुझे लगता है कि जितना ज्यादा आप किसी बाहरी पर भरोसा करते हैं, यह उतना ही मुश्किल होता जाता है।”

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