राहुल गांधी उधर पीएम मोदी को घेर रहे थे, इधर INDIA अलायंस में हो गई बड़ी टूट
Last Updated:
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोला, जबकि AAP ने INDIA गठबंधन की बैठक से किनारा कर पीएम को अलग चिट्ठी भेजी. चिट्ठी में ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई.

राहुल गांधी.
हाइलाइट्स
- राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला.
- AAP ने INDIA गठबंधन की बैठक से किनारा किया.
- AAP ने ऑपरेशन सिंदूर पर संसद का विशेष सत्र मांगा.
एक तरफ लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोल रहे थे, तो दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन INDIA में दरार की तस्वीरें साफ होने लगीं. ताज़ा विवाद उस वक्त गहरा गया जब आम आदमी पार्टी (AAP) ने गठबंधन की रणनीतिक बैठक से किनारा कर लिया और प्रधानमंत्री को एक अलग चिट्ठी भेज दी. इस चिट्ठी में ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान से सीजफायर को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई है.
संघर्षविराम क्यों स्वीकार किया गया?
इस चिट्ठी में संजय सिंह ने लिखा, देश इस ऑपरेशन को लेकर गर्व महसूस कर रहा है, लेकिन सरकार यह बताए कि भारी नुकसान के बाद पाकिस्तान के साथ तुरंत संघर्षविराम क्यों स्वीकार किया गया? उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस तरह के गंभीर विषय पर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए, ताकि पूरी जानकारी सामने आ सके.
सदन में राहुल गांधी ने पीएम मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि अगर ऑपरेशन सिंदूर इतना सफल था, तो फिर पाकिस्तान से सीजफायर की जल्दी क्यों? उन्होंने इसे सरकार की कूटनीतिक उलझन और रणनीतिक अस्थिरता बताया.लेकिन वहीं, आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के इस विरोध में न तो खुला समर्थन किया और न ही हिस्सा लिया. पार्टी ने एक तटस्थ और तथ्यों पर आधारित रुख अपनाते हुए सिर्फ सरकार से जवाब मांगा.
INDIA गठबंधन में दरार गहराई?
AAP की इस रणनीति से विपक्षी एकता पर सवाल खड़े हो गए हैं. पहले भी कई मुद्दों पर AAP और कांग्रेस के रुख अलग-अलग रहे हैं, लेकिन इस बार मामला राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य ऑपरेशन से जुड़ा है, जिस पर आमतौर पर विपक्ष एकजुट होता है. AAP का यह कदम गठबंधन के भविष्य पर एक नई बहस छेड़ता है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि AAP किसी भी रणनीतिक या सैन्य मुद्दे को राजनीतिक चश्मे से देखने के खिलाफ है. पार्टी का मानना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसद में खुली चर्चा होनी चाहिए, न कि विपक्षी बैठकों के बंद दरवाजों में फैसले होने चाहिए.
About the Author
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group…और पढ़ें
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group… और पढ़ें
और पढ़ें
Credits To Live Hindustan