पुलवामा के बाद कहां हुई सर्जिकल स्‍ट्राइक… पूर्व CM चन्‍नी का विवादित बयान

Charanjit Singh Channi Controversial Statement: भारत पहलगाम हमले के बाद पाकिस्‍तान से बदला लेने के लिए योजना बना रहा है. इसी बीच पंजाब के पूर्व सीएम और मौजूदा वक्‍त में कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़ा कर नए विवाद को जन्‍म दे दिया है. चन्‍नी ने कहा कि हमारे देश में कोई बम गिरेगा तो पता नहीं चलेगा. कोई सर्जिकल स्‍ट्राइक नहीं हुई. मैं सर्जिकल स्‍ट्राइक के आज तक सबूत मांग रहा हूं. पुलवामा हमले के बाद कहां हुई सर्जिकल स्‍ट्राइक? इसपर बीजेपी की तरफ से पलटवार करते हुए कहा गया कि कांग्रेसी की आदत है कि वो बार-बार सेना का अपमान करती है.

साल 2016 की पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक के बाद आज पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और जालंधर से कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, “सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत कहां है? कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई, कोई बम नहीं गिरा. अगर यहाँ बम गिरेगा तो हमें पता नहीं चलेगा.” चन्नी का यह बयान पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आया, जिसमें आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया था. इस हमले के बाद कांग्रेस ने सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन चन्नी ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगकर विवाद खड़ा कर दिया.

नेता बार-बार तोड़ रहे कांग्रेस की पार्टी लाइन
यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस नेताओं की तरफ से भारत-पाकिस्‍तान के बीच तनाव की स्थिति में विवादित बयान दिया हो. इससे पहले कर्नाटक के सीएम और मंत्री भी पहलगाम हमले पर कांग्रेस पार्टी की फजीहत करा चुके हैं. चन्नी ने दावा किया कि कांग्रेस आतंकवाद के खिलाफ सरकार के साथ है और देश की एकता के लिए चट्टान की तरह खड़ी है. हालांकि, सर्जिकल स्ट्राइक पर उनका सवाल कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक रुख से अलग रहा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने पहले ही पार्टी को नेताओं को बयानबाजी से बचने की सलाह दी थी लेकिन इसके बावजूद भी बड़े-बड़े नेता पार्टी की फजीहत करा रहे हैं.

बखेड़ा खड़ा कर बयान से पलटे चन्‍नी
सर्जिकल स्ट्राइक पर उठाये सवाल पर चन्नी ने कहा कांग्रेस हर तरह से चट्टान की तरह सरकार के साथ है. सरकार उनकी पानी, हवा बंद करे हम सरकार के साथ खड़े है. हमें कड़ा से कड़ा एक्शन चाहिए और मारे गए लोगों के परिवार को इन्साफ चाहिए. सर्जिकल स्‍टाइक की बात आज कोई है ही नहीं. ना उसकी सबूत मांगे जाते है. जो मारे गए हैं सैलानी उन परिवारों को इन्साफ चाहिए.

सर्जिकल स्ट्राइक का इतिहास?
29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने PoK में आतंकी लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. यह कार्रवाई 18 सितंबर 2016 को उरी हमले के जवाब में की गई थी. इन हमलों में 19 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. सर्जिकल स्‍ट्राइक कर भारतीय सेना ने 7 आतंकी लॉन्‍चपैड को नष्ट कर दिया था. इस दौरान कुल 38 आतंकियों को मार गिराने का दावा डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया था.

Credits To Live Hindustan

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