PoK का जंगल मंगल टेरर कैंप, जहां रची गई पहलगाम की साजिश! खुला ‘लश्कर का राज’
पहलगाम अटैक के बाद पाकिस्तान में खौफ का माहौल है. भारत के हमले के डर से उसकी सिट्टी-पिट्टी गुम है. अभी भारत पहलगाम अटैक में पाकिस्तान को रंगे हाथों पकड़ने में लगा है. पहलगाम आतंकी हमले के सबूत जुटाए जा रहे हैं. इस बीच NEWS18 इंडिया के पास मौजूद एक्सक्लूसिव सैटेलाइट इमेज में लश्कर-ए-तैयबा के उस ट्रेनिंग कैम्प का खुलासा हुआ है, जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी POK के अत्तर शीशा इलाके में मौजूद है. इसे ‘जंगल मंगल टेरर ट्रेनिंग कैंप’ कहा जाता है. यहीं पर आतंकियों को हथियार चलाने से लेकर हमला प्लान करने तक की पूरी ट्रेनिंग दी जाती है. सूत्रों की मानें तो पहलगाम हमले की साजिश भी यहीं रची गई थी.
सूत्रों के मुताबिक, लश्कर के जंगल-मंगल ट्रेनिंग कैंप में एक मस्जिद, लिविंग एरिया, हथियार प्रैक्टिस ग्राउंड, गेस्ट मीटिंग हॉल और मिलिट्री एस्टेब्लिशमेंट बिल्डिंग भी है. इस कैंप में RPG7, LMG, UBJL और पिस्टल चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है. मस्जिद में लश्कर के हार्डकोर कमांडर और कई बार हाफिज सईद भी आता है. फागला बीआर नाम की जगह पर आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के बड़े अफसर आतंकी मीटिंग्स करते हैं. यह जंगल मंगल आतंकी ट्रेनिंग कैंप अत्तर शीशा में मौजूद है. अत्तर शीशा पाकिस्तान के खैबर पख़्तूनख़्वा प्रांत के मनसेहरा जिले का कस्बा है, जहां लश्कर के आतंकी ट्रेंड किये जाते हैं और फिर उन्हें लांच पेड पर तैनात किया जाता है.
कैसे और कहां ऑपरेट होता है यह जंगल मगंल आतंकी कैंप
न्यूज18 इंडिया आपको सैटेलाइट इमेज के जरिए सिलसिले वार तरीके से दिखा रहा है कि आखिर कैसे पाक के कब्जे वाले कश्मीर में लश्कर का ये बड़ा आतंकी ट्रेनिंग कैंप ऑपरेट होता है. POJK में मौजूद इस जंगल मंगल आतंकी ट्रेनिंग कैम्प में मौजूद एक लोकेशन है. नाम है फगला BR. यहां आतंकियों की गेस्ट मीट होती है और पाक ISI के बड़े कमांडर्स मीटिंग करते हैं. कई बार को खुद लश्कर चीफ हाफिज सईद आता है. सैटेलाइट कोऑर्डिनेट्स से इस ट्रेनिंग कैम्प के पूरे इलाके को लोकेट किया गया है. उसके पास ही फॉरेन टेरेरिस्ट की हलचल होती है और यहीं से वो जंगल मंगल कैंप में जॉइन करते हैं. यह ट्रेनिंग कैंप वह इलाका है, जहां फॉरेन टेररिस्ट और लोकल टेररिस्ट हथियार चलाने, हैंड ग्रेनेड चलाने, स्मॉल पिस्टल चलाने और फिजिकल ट्रेनिंग लेते हैं.
चलिए इन सैटेलाइट इमेज से इस कैंप के हर इलाके को जानते हैं.
लीविंग एरिया: इस लीविंग एरिया में लश्कर के नए रिक्रूट और ट्रेंड आतंकी शेल्टर लेते हैं, रुकते हैं और आराम करते हैं. यहीं उनके खाने-पीने का इंतजाम किया जाता है. यहां नए आतंकियों को जेहादी लिटरेचर दिखाया और स्टडी करवाया जाता है.

लश्कर के ट्रेनिंग कैंप का खुलासा.
मस्जिद: आतंकी ट्रेनिंग कैंप इलाके के बीचों-बीच एक मस्जिद है. यहां पर आतंकी नमाज अदा करते हैं. इस मस्जिद में लश्कर के हार्ड कोर कमांडर के अलावा अन्य आतंकी वक्त-वक्त पर नमाज अदा करने आते हैं.
फगला बीआर (PHAGLA BR): ये वो जगह बताई जाती है, जहां आतंकियों की गेस्ट मीटिंग होती है. मतलब लश्कर के बड़े आतंकी और पाक आर्मी के बड़े अफसर, पाक ISI के बड़े अफसर यहां वक्त-वक्त पर मीटिंग करने आते हैं. ट्रेनिंग कैम्प की फंडिंग और ऑपरेशन प्लान पर यहीं चर्चा की जाती है. यहीं पर प्लानिंग तैयार की जाती है. इसमें लश्कर चीफ हाफिज सईद भी कभी-कभी शामिल होता है.

इस तस्वीर ने पाक के टेरर कैंप की पोल खोल दी है.
मिलिट्री एस्टेब्लिशमेंट बिल्डिंग: इस बिल्डिंग मे आतंकी हमलों अथवा टारगेट प्लान तैयार किए जाते हैं. यहां अत्याधुनिक हथियारों की खेप रखी जाती है. POK के ट्रेनिंग कैंप के तमाम डाक्यूमेंट्र ट्रेनिंग के साजो-सामान और टारगेट देशों अथवा इलाकों के नक्शे और कई महत्वपूर्ण जानकारी होती है. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्र बताते हैं कि इक्का-दुक्का बार खुद हाफिज सईद भी इस ट्रेनिंग कैम्प की इस बिल्डिंग में आता-जाता है और रुकता भी है. जंगल मंगल ट्रेनिंग में भी दौरा-ए-आम और दौरा-ए-खास जैसी लश्कर की दो अहम ट्रेनिंग भी दी जाती है.
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