पाकिस्तान ने फिर किए ड्रोन हमले, 26 ठिकानों पर था निशाना, भारत ने किए नाकाम

जम्मू/श्रीनगर/नई दिल्ली: पाकिस्तान ने शुक्रवार को लगातार दूसरी रात जम्मू कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों पर ताजा ड्रोन हमले किए. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि दुश्मन द्वारा हवाई अड्डों और वायुसेना ठिकानों सहित महत्वपूर्ण स्थलों पर किए गए हमलों को विफल कर दिया गया है. पंजाब के फिरोजपुर में एक परिवार के कुछ सदस्य रात के अंधेरे में किए गए हमलों में घायल हो गए. यह हमलों में घायल होने का केवल एक मामला रहा. पाकिस्तान से लगी सीमा वाले सभी राज्यों में ब्लैकआउट रखा गया. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और उस पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है तथा घबराने का कोई कारण नहीं है.
रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा एवं नियंत्रण रेखा के पास 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए. इनमें संदिग्ध हथियार वाले ड्रोन शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इन स्थानों में बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज एवं लक्खी नाला शामिल हैं. एक सशस्त्र ड्रोन के निशाने पर फिरोजपुर में एक रिहायशी क्षेत्र आया जिसमें स्थानीय परिवार के कुछ सदस्य घायल हो गए.
प्रवक्ता ने कहा कि घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है तथा क्षेत्र को सुरक्षा बलों ने खाली करवा लिया है. उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है तथा जहां भी आवश्यकता है तत्परता से कार्रवाई की जा रही है.
मंत्रालय ने सलाह दी है कि नागरिकों, विशेषकर सीमाओं के पास रहने वालों को घरों के भीतर रहना चाहिए, अनावश्यक आवागमन सीमित कर देना चाहिए तथा स्थानीय अधिकारियों के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए.
भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराए जाने से बारामूला जिले में आसमान तेज रोशनी से भर गया. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू क्षेत्र और दक्षिण कश्मीर में धमाके सुने गए और सायरन बजने लगे, जिससे केंद्र शासित प्रदेश के कई हिस्से अंधेरे में डूब गए.
रक्षा अधिकारियों ने बताया कि जम्मू, सांबा और पड़ोसी राज्य पंजाब के पठानकोट जिले में भी ड्रोन देखे गए और उन्हें निष्प्रभावी कर दिया गया.
श्रीनगर में मस्जिदों के लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल करके स्थानीय लोगों को एहतियात के तौर पर अपने घरों की लाइटें बंद करने के लिए कहा गया है. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू के नगरोटा और उधमपुर तथा पंजाब में भी ड्रोन देखे गए.
जम्मू और सांबा जिलों के सुचेतगढ़ और रामगढ़ सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा के उस पार से भारी गोलाबारी जारी है.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “जहां मैं हूं, वहां से रुक-रुक कर धमाकों की आवाजें, शायद भारी तोपों की आवाजें, सुनी जा सकती हैं.” उन्होंने अंधेरे में डूबे शहर की एक तस्वीर भी पोस्ट की और कैप्शन में लिखा, “जम्मू में अब ब्लैकआउट है. पूरे शहर में सायरन की आवाज सुनी जा सकती है.” उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “जम्मू और उसके आसपास के सभी लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया सड़कों पर न निकलें, घर पर रहें या पास की किसी ऐसी जगह पर चले जाएं जहां आप अगले कुछ घंटों के लिए आराम से रह सकते हैं. अफवाहों पर ध्यान न दें, निराधार या अपुष्ट बातें न फैलाएं और हम सब मिलकर इससे निपट लेंगे.”
मिसाइलों का लक्ष्य सतवारी (जम्मू हवाई अड्डा), सांबा, आर.एस.पुरा और अरनिया सहित प्रमुख स्थान थे.
जम्मू शहर में दो जोरदार धमाकों के बाद अचानक बिजली गुल हो गई, जिसके कारण शहर में अंधेरा छा गया. ये धमाके संभवतः घुसपैठ करने वाले ड्रोन को निष्प्रभावी किये जाने के कारण हुए थे. इसके तुरंत बाद, पूरे शहर में सायरन गूंजने लगे, जिससे निवासियों को आश्रय लेने के लिए सचेत किया गया.
हवाई हमलों के जरिये रणनीतिक रूप से अहम जम्मू हवाई अड्डे और उसके आसपास के क्षेत्रों पर हमला करने का प्रयास किया गया, जहां सेना, वायुसेना और अर्धसैनिक बल के प्रतिष्ठान स्थित हैं.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा बुधवार को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए सटीक हमलों के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव बढ़ गया. पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे.
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