पाकिस्तान के कितने फाइटर जेट भारत ने मार गिराए? आ गई एक-एक डिटेल

पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों और एलओसी पार से जारी उकसावे के खिलाफ भारत ने बीते हफ्ते ऐसा जवाब दिया कि पाकिस्तान की वायुसेना ही नहीं, उसकी सैन्य रणनीति भी लड़खड़ा गई. 6 मई की रात से शुरू हुआ चार दिन का यह टकराव 10 मई को पाकिस्तान की ओर से सीजफायर की गुहार के साथ खत्म हुआ. लेकिन सबके मन में यही सवाल है कि आखिर भारत ने पाकिस्तान के कितने फाइटर जेट मार गिराए? कितनी मिसाइलें हवा में उड़ा दीं? पाकिस्तान को सच में कितना नुकसान हुआ? अब इसकी एक-एक डिटेल सामने आ गई है.
रडार इमेज और ट्रैकिंग लॉग्स के अनुसार, ये विमानों को टारगेट कर सरफेस-टू-एयर मिसाइलों और कुछ मामलों में एयर-टू-एयर इंटरसेप्टर से गिराया गया. एक वरिष्ठ वायुसेना अधिकारी ने ANI को बताया, इनमें से कई जेट पाकिस्तान के जवाबी हमले का हिस्सा बनने आए थे, लेकिन वो अपने बेस पर लौट नहीं सके.”
इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने केवल एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया. इन मिसाइलों की विशेषता यह है कि इन्हें लड़ाकू विमानों से सटीक लक्ष्य पर छोड़ा जाता है और ये बेहद उच्च सटीकता के साथ लक्ष्य को भेदती हैं। जानकारी के अनुसार, कुल 20 से अधिक एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइलें पाकिस्तान के विभिन्न एयरबेस, नियंत्रण केंद्र और सैन्य प्रतिष्ठानों पर दागी गईं. कोई भी surface-to-surface मिसाइल जैसे कि BrahMos का इस्तेमाल नहीं किया गया. सभी हमले रात के समय किए गए, जिससे दुश्मन की जवाबी कार्रवाई की क्षमता कम हो गई.
कौन-कौन से लक्ष्य किए गए तबाह?
भारतीय वायुसेना की कार्यवाही में जिन प्रमुख लक्ष्य को तबाह किया गया, उनमें भोलारी एयरबेस पर हमला सबसे महत्वपूर्ण है, जहां एक स्वीडन निर्मित AEWC (Airborne Early Warning & Control) विमान पूरी तरह तबाह हुआ. C-130 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, जो ड्रोन स्ट्राइक में पाकिस्तानी पंजाब में मारा गया. 10 से अधिक UCAVs (Unmanned Combat Aerial Vehicles), जिनमें चीन के Wing Loong सीरीज के ड्रोन शामिल थे, जो लंबी दूरी तक निगरानी और हमला करने में सक्षम थे. कई पाकिस्तानी क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों को हवा में इंटरसेप्ट कर नष्ट किया गया.
कैसे किया गया हमला?
- भारतीय वायुसेना ने इस पूरे ऑपरेशन को अत्यधिक गोपनीयता और सटीकता से अंजाम दिया.
- ऑपरेशन में Rafale और Su-30 जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स शामिल थे.
- हमला करने से पहले लक्ष्य पर सैटेलाइट निगरानी, सिग्नल इंटेलिजेंस और ड्रोन सर्विलांस के जरिए डाटा जुटाया गया.
- मिसाइलें इस तरह से दागी गईं कि पाकिस्तान की एयर डिफेंस को जवाब देने का मौका ही नहीं मिला.
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान अब तक कई एयरबेस से मलबा हटाने से भी बच रहा है ताकि उसकी क्षति की सच्चाई दुनिया के सामने न आ सके. कई एयरबेस पर एंट्री रोक दी गई है और स्थानीय मीडिया को भी रिपोर्टिंग से दूर रखा गया है. पाकिस्तान ने अंततः 10 मई को सीज़फायर की अपील की, जिसे भारत ने स्वीकार किया लेकिन सख्त संदेश के साथ.
क्या है सुदर्शन स्ट्राइक?
इस ऑपरेशन में एक सबसे खास पहलू रहा ‘सुदर्शन स्ट्राइक’, जिसमें भारतीय वायुसेना ने करीब 300 किमी दूर से एक हाई वैल्यू टारगेट को निशाना बनाया. यह टारगेट या तो इलेक्ट्रॉनिक काउंटर एयरक्राफ्ट था या एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग सिस्टम, जिसे भारत की मिसाइल ने लंबी दूरी से खत्म किया. भारतीय वायुसेना इस ऑपरेशन के बाद भी सभी डेटा और फुटेज का विश्लेषण कर रही है। इससे न सिर्फ भविष्य के लिए रणनीतिक योजना बनेगी, बल्कि संभावित खतरे का पहले से आकलन कर सेना को और मजबूत किया जा सकेगा.
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