PAK ने सीमा के पास सिविलियन प्लेन की आड़ में भेजे जेट, विदेश सचिव ने खोली पोल
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India Pakistan War: भारत और पाकिस्तान के बीच इस वक्त जंग जैसे हालात हैं. बीती रात पाकिस्तान वायुसेना ने भारत में जमकर हमले किए. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि पाकिस्तान ने सिविलियन प्लेन की आड़ में बॉ…और पढ़ें

पाकिस्तान ने कायरता दिखाई. (News18)
हाइलाइट्स
- पाकिस्तान ने सिविलियन प्लेनों की आड़ में फाइटर जेट भेजे.
- भारत ने पाकिस्तान के हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया.
- भारत ने नागरिक विमानों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी.
India Pakistan War: ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में पाकिस्तान की तरफ से बुधवार रात की गई कायराना कार्रवाई में भारत के दो छात्रों की मौत हो गई. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि बीती रात पाकिस्तान ने कराची और लाहौर जैसे प्रमुख हवाई अड्डों से सिविलियन विमानों का इस्तेमाल एक ढाल की तरह किया और उन्हीं रूट्स के बीच फाइटर जेट्स को सीमा के नजदीक भेजा. इसकी आड़ में फाइटर जैट्स को हमले के लिए भेजा गया. भारत की वायुसेना ने पूरी सतर्कता और संयम के साथ स्थिति को संभाला और नागरिक विमानों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी.
भारत ने नागरिक विमानों की सुरक्षा का रखा ध्यान
भारत के विदेश सचिव ने पाकिस्तान की इस हरकत को उकसावे की कार्रवाई और खतरनाक करार देते हुए कहा कि हमारी वायुसेना सक्षम है, लेकिन हमने नागरिकों के लिए आसमान को सुरक्षित रखने के लिए जिम्मेदारी भरा रवैया अपनाया. भारत से जंग के दौरान पाकिस्तान की रणनीति में कपट साफ झलकता है. उसने बिना अपना हवाई क्षेत्र बंद किए नागरिक उड़ानों को ढाल बनाकर हमले किए. यह उसकी रणनीति कम और आसिम मुनीर की हताशा और गैर-जिम्मेदाराना रवैये को साफ दर्शाता है.
तनाव कम करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि तनाव कम करने का फैसला पाकिस्तान के हाथ में है क्योंकि भारत ने केवल पहलगाम नरसंहार के उकसावे का जवाब दिया. पाकिस्तान का दावा है कि भारत के हमलों से 31 नागरिक मारे गए जबकि भारत ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि केवल आतंकी ठिकाने निशाना बने. इस घटनाक्रम से भारत की सैन्य और कूटनीतिक ताकत उजागर होती है. भारत ने न केवल पाकिस्तान के हमलों को नाकाम किया बल्कि UNSC राजदूतों को ब्रीफिंग देकर वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति मजबूत की.
पाकिस्तान की रणनीतिक उलझन हुई उजागर
दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना और सरकार के लगातार विरोधी बयान उसकी रणनीतिक उलझन को दिखाते हैं. रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की नरमी भरी बातें और सेना की आक्रामकता सरकार और सेना में टकराव को साफ दिखाती है. भारत की यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति और सैन्य तैयारी का प्रमाण है. पाकिस्तान को अब आर्थिक संकट और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच जवाबी हमले की कीमत सोचनी होगी. भारत का संदेश साफ है कि आतंक का कोई भी दुस्साहस बर्दाश्त नहीं होगा.
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पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें
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