पाकिस्तान पर फिर होगा अटैक? सेना की ओर से ‘सीजफायर’ पर आया बड़ा बयान

भारतीय सेना ने रविवार को साफ कर दिया कि पाकिस्तान के साथ इस महीने की शुरुआत में गोली न चलाने को लेकर जो बातचीत हुई थी, उसकी कोई एक्सपायरी डेट नहीं है. यानी साफ है कि LoC पर सीजफायर आगे भी जारी रहेगा. इंडियन आर्मी का यह बयान पाकिस्तान के लिए राहत लेकर आया होगा. क्योंकि पाकिस्तान में खौफ बना हुआ था कि भारत अटैक कर सकता है.
सेना ने यह बयान तब जारी किया, जब कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि सीजफायर तो सिर्फ रविवार तक ही था. इसके बाद भारतीय सेना कार्रवाई कर सकती है. कई पाकिस्तानी पोर्टल में तो यहां तक दावा कर दिया गया कि इंडियन आर्मी अगले 24 से 48 घंटे में पाकिस्तान पर अटैक कर सकती है, जिससे हालात बिगड़ सकते हैं. इन मीडिया रिपोर्ट्स को देखने के बाद इंडियन आर्मी ने यह बयान जारी किया है, जो पाकिस्तान को सकून देने वाला है.
भारतीय सेना ने कहा, 12 मई को DGMOs स्तर पर हुई बातचीत में शांति बनाए रखने का जो निर्णय हुआ था, उसकी कोई समयसीमा तय नहीं की गई है. साथ ही सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि कोई नई DGMO वार्ता प्रस्तावित नहीं है, जैसा कुछ मीडिया वर्गों ने दावा किया था.
ऑपरेशन सिंदूर: रुका है, खत्म नहीं हुआ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में स्पष्ट किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ फिलहाल ‘paused’ है, बंद नहीं. उन्होंने कहा, जब पाकिस्तान ने संपर्क साधा और आतंकवाद या आर्मी की ओर से कोई आक्रामकता नहीं होने का भरोसा दिया, तभी हमने जवाबी कार्रवाई को रोका. मैं फिर दोहराता हूं, यह केवल एक ‘विराम’ है, कार्रवाई खत्म नहीं हुई है. प्रधानमंत्री ने यह भी जोड़ा कि आतंकवादी सपनों में भी नहीं सोच सकते थे कि भारत इतना बड़ा कदम उठा सकता है.
ऑपरेशन सिंदूर: अब तक क्या हुआ
7 मई: भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए.
8-10 मई: पाकिस्तान ने जवाबी हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने भारी जवाब देते हुए उनके कई सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाया, जिनमें एयरबेस, कमांड सेंटर, एयर डिफेंस सिस्टम और रडार शामिल थे.
10 मई: भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने ऐलान किया कि दोनों देश जल, थल और वायु में सभी सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से रोकने पर सहमत हो गए हैं.
14 मई: पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद को बताया कि भारत-पाकिस्तान के DGMOs ने हॉटलाइन पर संपर्क किया और युद्धविराम को लेकर बात की.
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