PAK बताएगा कौन आएगा? कश्मीरी महिला की ललकार सुन सदमे में आ जाएंगे मुनीर-शहबाज
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Pahalgam Terrorist Attack: कश्मीर की महिलाओं, बुजुर्गों और नौजवानों की बातें सुन पाकिस्तानी सेना और वहां की सरकार सदमें आ जाएगी. पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरा कश्मीर गुस्से से हदल रहा है.

पाकिस्तानी सेना और वहां की सरकार को ललकारती कश्मीर की महिला.
हाइलाइट्स
- कश्मीरियों ने दूर की पाकिस्तान की बड़ी गलतफहमी
- कश्मीरी महिला ने पाकिस्तानी सेना को दी ललकार
- कश्मीर से आए मैसेज से सदमें में आ जाएगा पाकिस्तान
Pahalgam Terrorist Attack: पाकिस्तानी सेना और वहां की सरकार को लगता है कि जम्मू और कश्मीर को लोग उनके हैं. पहलगाम जैसी कायराना वारदात को अंजाम देकर वह कश्मीरियों के दिल में जगह बना लेंगे. लेकिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जिस तरह महिलाओ, बुजुर्गों और नौजवानों ने पाकिस्तान को जिस तरह ललकारना शुरू किया है, वह सुनकर पाकिस्तानी सेना और वहां की सरकार सदमें में आ जाएगी.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद अब नकेवल पूरे देश से, बल्कि जम्मू और कश्मीर से भी पाकिस्तान को ललकार आना शुरू हो चुकी है. इस आतंकी हमले के बाद एक कश्मीरी महिला ने पाकिस्तान को ललकारते हुए कहा है कि इस टाइम सब एक हैं. यहां किसी के भी व्यवहार को देखकर आपको लगा कि कोई कौन अपना है और कौन पराया है. ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. किसी भी टूरिस्ट को डरने की जरूरत नहीं है.
कश्मीरी महिला ने पाकिस्तानी सेना और वहां की सरकार को ललकारते हुए स्वदेशी टूरिस्ट के प्रति अपना गहरा अपनापन जाहिर किया. उन्होंने कहा कि हम निवाला खाएंगे और एक आप लोगों को खिलाएंगे. आप आउटसाइडर अपने आप को अपनी धरती पर हो. पाकिस्तान डिसाइड नहीं करेगा. वह कौन सा डिक्टेटर बन रहा है. अब पाकिस्तान हमें सिखाएगा कि हमें कश्मीर में कैसे रहना है? हमें कश्मीर में कैसे जीना है.
कश्मीरी महिला ने कहा कि कश्मीर में कैसे रहना है… कौन कश्मीर में आएगा और कौन कश्मीर जाएगा… पाकिस्तान कोई डिक्टेटर नहीं है, जो हमें डिक्टेट नहीं कर सकता है. डिक्टेटरशिप पाकिस्तान अपने देश में चलाए. वह भी हिंदुस्तान से जुदा हुई कंट्री है. शर्म नहीं आती पाकिस्तान को.. दरिंदों वाली हरकतें करते हैं. पाकिस्तान सपोर्टेड टेरिस्ट, चाहे वो लश्कर ए तैयबा है, हिज़्बुल मुजाहिदीन है या जो कोई भी उनकी तंजीम है, हमारा उनसे कोई लेना देना नहीं है.
पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तानी सरकार और वहां के आतंकियों को दोटूक शब्दों में कश्मीरी महिला ने कहा है कि इस्लाम के नाम पर वो अपनी ऑर्गनाइजेशन बनाएंगे ताकि हमारा सपोर्ट मिल सके. यह उनकी भूल है कि कोई भी देश या मुस्लिम कम्युनिटी या तंजीम उनका सपोर्ट करेगी.
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