नहाने गई भांजी को बचाने में दो मामा भी नदी में समाए, गंगा दशहरे पर कानपुर में कई हादसे, 8 की डूबने से मौत
कानपुर के बिल्हौर में गंगा स्नान कर रही एक किशोरी को डूबने से बचाने गए उसके दो मामा भी गंगा में समा गए। मौके पर पहुंचे गोताखोर और पुलिस ने तीनों को नदी से निकाला। सीएचसी ले गए, जहां तीनों को मृत घोषित कर दिया गया।

कानपुर के बिल्हौर में गंगा स्नान कर रही एक किशोरी को डूबने से बचाने गए उसके दो मामा भी गंगा में समा गए। मौके पर पहुंचे गोताखोर और पुलिस ने तीनों को नदी से निकाला। सीएचसी ले गए, जहां तीनों को मृत घोषित कर दिया गया। बिल्हौर के कल्लूपुरवा गांव निवासी सर्वेश के बेटे कृष्णा का गुरुवार को मुंडन था। यहां कानपुर देहात के अंगी गांव निवासी 22 वर्षीय बलराम और बिधनू निवासी 20 वर्षीय संदीप अपने परिवार के साथ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे।
गुरुवार सुबह तकरीबन साढ़े आठ बजे सर्वेश की 12 वर्षीय बेटी प्रियंका अपने मामा बलराम और संदीप के साथ गांव के पास ही गंगा स्नान करने के लिए गई थी, जबकि यहां पर कोई घाट नहीं है। नहाते समय अचानक प्रियंका लकुंभी में फंस डूबने लगी। यह देख बलराम और संदीप उसे बचाने के लिए आगे बढ़े पर गहराई में जाने पर वह भी डूब गए।
पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से तीनों को बाहर निकालकर सीएचसी बिल्हौर भेजा। जहां डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। तहसीलदार सीपी राजपूत ने बताया, तीनों के परिजनों को दैवीय आपदा के तहत चार-चार लाख की राहत राशि दी जाएगी।
खुशियां मातम में बदल गईं
हादसे से पूरा गांव गमगीन है। गुरुवार को सर्वेश के बेटे कृष्णा का मुंडन था, लेकिन इससे पहले उसकी बहन व दो मामा की गंगा में डूबने से मौत हो गई। शाम को पोस्टमार्टम के बाद प्रियंका का अकबरपुर सेंग घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। जबकि दोनों मामा के शवों को उनके गांव भेजा गया।
गंगा दशहरा पर मंडल में आठ और की डूबने से मौत
कानपुर। गंगा दशहरा पर गुरुवार को कानपुर मंडल में गंगा में स्नान करने पहुंचे सात लोगों की डूबकर मौत हो गई। वहीं, बुंदेलखंड में यमुना में डूबे युवक की तलाश जारी है। फर्रुखाबाद में सर्वाधिक पांच लोगों की डूबने से मौत हुई है। वहीं, इटावा में तीन अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की डूबने से मौत हो गई है।