ना फ्लेवर मिलाया, ना केमिकल… फिर भी इतनी ताजगी कि गर्मी में भी ठंडक दे जाए!

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Pune Devgad Hapus Mastani: पुणे के नारायण पेठ में मालपानी अंबो 100 साल पुरानी जगह है, जहां देवगड़ हापुस से बनी मस्तानी और आइसक्रीम मिलती है. सौरभ मालपानी ने इसे शुरू किया और यह पुणेकरों में बेहद लोकप्रिय है.

ना फ्लेवर मिलाया, ना केमिकल… फिर भी इतनी ताजगी कि गर्मी में भी ठंडक दे जाए!

पुणे में 100 साल पुरानी मालपानी अंबो की हापुस मस्तानी का स्वाद

हाइलाइट्स

  • पुणे के नारायण पेठ में 100 साल पुरानी जगह पर देवगड़ हापुस मस्तानी मिलती है.
  • सौरभ मालपानी ने ‘अंबो’ ब्रांड से मस्तानी और आइसक्रीम शुरू की.
  • मस्तानी की कीमत 180 रुपये है और इसमें ताजे हापुस के टुकड़े मिलते हैं.

पुणे: महाराष्ट्र के पुणे के नारायण पेठ में स्थित ऐतिहासिक जगह मालपानी अंबो कवियों के बीच खासतौर पर लोकप्रिय है. यहां के देवगड़ हापुस मस्तानी पुणेकरों की खास पसंद है. गर्मियों के दिनों में यहां हापुस के खास स्वाद का आनंद लेने के लिए भारी भीड़ देखी जा सकती है.

बता दें कि हापुस मस्तानी बहुत ही फेमस आम मिठाई है. जिसे अक्सर अलफांसो या देवगढ़ हापुस आमों के साथ बनाया जाता है. खासतौर पर ये महाराष्ट्र के पुणे में बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय है.

जगह का इतिहास लगभग 100 साल पुराना
बता दें कि इस जगह का इतिहास लगभग 100 साल पुराना है और इस ब्रांड को सौरभ मालपानी ने ‘अंबो’ नाम से शुरू किया है. पिछले सात सालों से देवगड़ हापुस बेचने के साथ-साथ अंबा का उपयोग करके मस्तानी और आइसक्रीम प्राकृतिक तरीके से तैयार की जा रही है.

खास बात यह है कि मस्तानी या आइसक्रीम में कोई रासायनिक पदार्थ (Chemical Substances) नहीं मिलाया जाता. सौरभ मालपानी के अनुसार, उन्होंने भारत में पहली बार देवगड़ हापुस अंबा से बनी मस्तानी और आइसक्रीम तैयार की है.

लोगों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही
पुणेकरों से उन्हें और अनोख्या लैबोरेटरी को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है. बता दें कि जूने वाड्या के पारंपरिक और अनोखे माहौल में मस्तानी खाने का अनुभव खाने के शौकीनों के लिए यादगार होता है.

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इसकी कीमत 180 रुपये है
इस मस्तानी की कीमत 180 रुपये है. इसकी खासियत यह है कि इसमें देवगड़ हापुस का शेक, देवगड़ हापुस आइसक्रीम और अंत में ताजे हापुस के टुकड़े मिलाए जाते हैं. बता दें कि गर्मियों में ताजगी देने वाली और 100 साल पुराने ऐतिहासिक मंदिर का अहसास कराने वाली यह मस्तानी फिलहाल पुणे के खाने के शौकीनों के बीच आकर्षण का केंद्र बन रही है.

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