Monsoon in UP: यूपी के इन जिलों में कल और परसो होगी भारी बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट
यूपी में मानसून की दस्तक से पहले कल यानी बुधवार से भारी बारिश का दायरा और बढ़ेगा। मौसम विभाग ने मध्य और पूर्वी यूपी के लिए अलर्ट जारी किया है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हवा के कम दबाव का क्षेत्र भारी बारिश कराएगा।

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम हवा के दबाव का क्षेत्र आगे बढ़ गया है। मानसूनी सीजन के समय ऐसी मौसमी परिस्थितियां भारी या बेहद भारी बारिश करा देती हैं। मौसम विभाग के अनुसार इस चक्रवाती स्थिति का असर बुधवार को बिहार और उसकी सीमा से सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में होगा। इसके बाद यह दायरा मध्य यूपी फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक पहुंच जाएगा।
मंगलवार को दिन में सबसे ज्यादा बारिश आगरा में 33.8 मिलीमीटर दर्ज की गई। चुर्क में 20.8, वाराणसी बीएचयू में 10.8, बलिया में 10, बुलंदशहर में 2.0 और बांदा में 2.6 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार इसी बीच मानसून भी प्रदेश में सक्रिय हो रहा है। यानी बारिश का सिलसिला अब लम्बा चलने वाला है। अमौसी स्थित प्रादेशिक मौसम मुख्यालय के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून आज उत्तरी अरब सागर, गुजरात के कुछ और हिस्सों, विदर्भ के शेष हिस्से, मध्य प्रदेश से होते हुए छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों तक पहुंचा।
इसके साथ ही ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा। यूपी में बारिश कराने वाली मानसून की पूर्वी शाखा अगले दो दिनों में आगे बढ़ सकती है। इसके लिए मौसम की परिस्थितियां अनुकूल हैं। मौसम विभाग ने 19 जून तक प्रदेश में मानसून के सक्रिय हो जाने का पूर्वानुमान जताया है। इन परिस्थितियों में कई जिलों में लगातार व्यापक वर्षा हो सकती है।
गोरखपुर में पड़ीं बौछारें
गोरखपुर में मंगलवार को 4 मिलीमीटर बारिश हुई। तापमान में सोमवार की तुलना में करीब तीन डिग्री सेल्सियस इजाफा हुआ, लेकिन लगभग सामान्य रहा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 36.5 और न्यूनतम 24.1 डिग्री सेल्सियस रहा। गोरखपुर-बस्ती मंडल के अन्य जिलों में भी कहीं हल्की कहीं तेज बारिश हुई। फिर धूप निकलने से गर्मी-उमस महसूस की गई।
कानपुर में चलीं तेज हवाएं
दिन का पारा कानपुर में 38.9 डिग्री सेल्सियस रहा। रात का तापमान हमीरपुर और कानपुर एयरफोर्स में 30.2 डिग्री रहा। देर शाम अचानक घने बादल छा गए और तेज हवाएं चलने लगीं। आसपास हल्की बारिश के कारण हवाएं भी नमी लिए हुए राहत देने वाली रहीं।