‘मंगलसूत्र के बाद अब जनेऊ’, कर्नाटक में फिर धार्मिक पहचान पर वार, भड़की बीजेपी
Last Updated:
Karnataka Janeu News: कर्नाटक के बीदर में एक एंट्रेस एग्जाम के दौरान कुछ छात्रों से ‘जेनऊ’ तक उतरवा लिया गया. शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है.

मेरा जनेऊ उतरवा लिया गया, छात्र का आरोप. (Photo : ANI)
हाइलाइट्स
- कर्नाटक में CET परीक्षा के दौरान छात्रों से जनेऊ उतरवाने का मामला.
- बीजेपी ने धार्मिक पहचान पर हमले का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की.
- कॉलेज प्रशासन ने परीक्षा संचालन में भूमिका से इनकार किया.
बेंगलुरु: कर्नाटक के बीदर जिले से एक संवेदनशील मामला सामने आया है. CET परीक्षा देने पहुंचे छात्र से कथित रूप से उसका पवित्र जनेऊ (जनेऊ) उतारने को कहा गया. आरोप है कि परीक्षा केंद्र पर उसे बिना जनेऊ के अंदर जाने को मजबूर किया गया. मामला तेजी से तूल पकड़ रहा है. अब FIR भी दर्ज हो चुकी है. 17 अप्रैल को बीदर के साईं स्पूर्ति पीयू कॉलेज में CET परीक्षा का आयोजन था. छात्र सुचिव्रत कुलकर्णी ने आरोप लगाया कि उन्हें परीक्षा हॉल में प्रवेश से पहले जनेऊ उतारने को कहा गया. उन्होंने इसे अपनी धार्मिक आस्था पर हमला बताया. छात्र का दावा है कि इस वजह से वह परीक्षा नहीं दे पाया. यानी एक धार्मिक प्रतीक के कारण उसकी शिक्षा पर सीधा असर पड़ा.
FIR में गंभीर धाराएं
कर्नाटक ब्राह्मण सभा के प्रतिनिधि नटराज भगवत की शिकायत पर शुक्रवार को पुलिस ने FIR दर्ज की. इसमें भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराएं लगाई गई हैं. धारा 115(2): जानबूझकर चोट पहुंचाना, धारा 299: धार्मिक भावनाओं को ठेस, धारा 351(1): आपराधिक धमकी, धारा 352: जानबूझकर अपमान, धारा 3(5): साझा इरादा. शिकायत में कहा गया है कि जिला प्रशासन को सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई.
तीन छात्रों से जनेऊ हटवाने का आरोप
पुलिस के अनुसार, बुधवार को तीन छात्रों को सुरक्षा कर्मियों ने जनेऊ उतारने को कहा था. इनमें से एक छात्र ने मना कर दिया और फिर भी उसे परीक्षा में बैठने दिया गया. बाकी दो छात्रों ने परीक्षा देने के लिए जनेऊ हटा दिया.
कॉलेज की सफाई
कॉलेज प्रशासन ने कहा कि वो सिर्फ परिसर मुहैया कराते हैं, परीक्षा संचालन में उनकी कोई भूमिका नहीं थी. परीक्षा स्टाफ ने भी आरोपों से इनकार किया. उन्होंने दावा किया कि छात्रों से सिर्फ कलाई की डोरियां (काशीधारा) हटाने को कहा गया था, जो परीक्षा प्रोटोकॉल का हिस्सा है.
बीजेपी ने उठाए सवाल
बीजेपी एमएलसी केशव प्रसाद एस ने कहा, ‘यह आस्था का मामला है. कोई भी छात्र की धार्मिक पहचान से समझौता नहीं कर सकता. पिछले बार मंगलसूत्र हटवाया गया, अब जनेऊ. ये कब तक चलेगा?’ उन्होंने मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग की. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कांग्रेस पर विकास उपेक्षा का आरोप लगाया. जवाब में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बीजेपी ने खुद ‘कल्याण कर्नाटक’ की हालत बिगाड़ी है.
और पढ़ें
Credits To Live Hindustan