मंधना औद्योगिक क्षेत्र के लिए फिर से भूमि अधिग्रहण के प्रयास शुरू
Kanpur News – मंधना औद्योगिक क्षेत्र के लिए फिर से भूमि अधिग्रहण के प्रयास शुरू मंधना औद्योगिक क्षेत्र के लिए फिर से भूमि अधिग्रहण के प्रयास शुरू

बिठूर। औद्योगिक विकास योजना के लिए मंधना के आठ गांवों की 900 एकड़ भूमि के अधिग्रहण को लेकर 18 साल से किसानों व यूपीसीडा के बीच चल रहे विवाद सुलझाने के लिए एक बार फिर से प्रयास शुरू किए गए हैं। बुधवार को अधिकारियों व किसानों के बीच चौबेपुर ब्लॉक के सभागार में बैठक हुई। गांव कुकरादेव शादीपुर, भवानीपुर, बहलोलपुर, बीरतियान, पेम, बगदौधी बांगर पचोर गांव की 900 एकड़ जमीन 2008 में यूपीसीडा ने मंधना औद्योगिक क्षेत्र के नाम पर अधिग्रहण की। कई बैठकों के बाद किसानों को सात लाख रुपये प्रति बीघा के हिसाब से मुआवजा दिया गया। कई किसानों ने मुआवजा नहीं लिया।
2010 में आंदोलन शुरू हो गया। एक साल तीन महीने तक लगातार धरना चला। किसानों ने अपनी जमीनों पर कब्जा कर लिया। वहीं, शासन स्तर से मामला हल करने के आदेश जारी हुए, जिससे औद्योगिक क्षेत्र बसाया जा सके। एमएलसी अरुण पाठक ने अधिकारियों से बात की। किसानों से बात कर समस्या का निस्तारण करने को कहा। बुधवार को चौबेपुर ब्लॉक के सभागार में एडीएम यूपीसीडा राहुल यादव, उप महाप्रबंधक सलिल यादव, एडीएम भू अध्यात्म संतोष कुमार राय, एसडीएम रश्मि लांबा पहुंचीं। वहां किसानों ने कहा कि 2013 भी अधिग्रहण एक्ट के अनुसार, उन्हें सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा दिया जाए। अगर यह बात नहीं मानी गई तो वह अपनी जमीनें नहीं छोड़ेंगे। बैठक में प्रमोद मिश्रा ने कहा कि जिस समय अधिग्रहण किया गया बिना सर्वे के जमीनें ली गईं, जिसमें प्राचीन मंदिर, स्कूलों के खेल मैदान, गेस्ट हाउस को भी शामिल कर लिया गया। यह तक एक पुरानी आबादी क्षेत्र का भी अधिग्रहण कर लिया गया। जो, नियम के विरुद्ध है। बैठक में किसान सूर्य प्रकाश तिवारी, श्रीकांत शुक्ला, राजेंद्र शर्मा, ओम शंकर मिश्रा, नीरज मिश्रा, अखिलेश पांडेय, राधेश्याम त्रिपाठी, राकेश शुक्ला समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। एडीएम संतोष कुमार राय ने कहा, प्रस्ताव को शासन स्तर पर भेजा जाएगा। जल्द समस्या का निस्तारण कर लिया जाएगा। किसानों के साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।