कराची तक खौफ भरने वाले INS विक्रांत पर सवार होंगे रक्षामंत्री, पाकिस्तान के लिए और मैसेज- सुधर जाओ…
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INS VIKRANT: ऑपरेशन सिंदूर में नौसेना ने बड़ी ही शांती से पाक के जंग का गणित बिगाड़ दिया. भारतीय नौसेना का INS विक्रांत कैरियर बैटल ग्रुप ने पाक नेवी को होश उड़ा दिए. हालात यह हो गए कि वह कराची नेवल बेस से बाहर…और पढ़ें

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बढ़ाएंगे नौसैनिकों का हौंसला
हाइलाइट्स
- रक्षामंत्री राजनाथ सिंह INS विक्रांत पर जाएंगे
- INS विक्रांत ने पाक नेवी को खौफ में डाला
- INS विक्रांत पर मिग 29 K और राफेल M ऑपरेट
INS VIKRANT: पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को डर था कि इस बार स्ट्राइक नेवी की तरफ से हो सकती है. भारतीय नौसेना ने अपने कैरियर बैटल ग्रुप को फॉर्वर्ड डिप्लॉयमेंट कर दिया था. पाकिस्तान इतना खौफ में था कि उसके वॉरशिप कराची हार्बर से बाहर आने की सोच भी नहीं पा रहे थे. अब ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह खुद INS विक्रांत पर नौसेनिकों और अफसरों से मुलाकात करेंगे. रक्षामंत्री 30 मई को अरब सागर में तैनात INS विक्रांत पर पहुंचेंगे. इससे पहले भी रक्षामंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की बधाई देने और सैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए सैनिकों के बीच गए थे. श्रीनगर में थलसेना के बेस और भुज में भारतीय वायुसेना के बेस पर पहुंचे थे. अब नौसेना के समंदर में तैरते एयरफील्ड INS विक्रांत पर जाएंगे.
1971 की जंग में भी नहीं थी इतनी तैनाती
नौसेना के डर से पाकिस्तान ने NAVAREA वॉर्निंग तक जारी कर दी थी. भारतीय नौसेना ने अपने जंगी जहाजों की मानो फौज उतार दी थी. सूत्रों की मानें तो अभ्यास को छोड़ दें तो इतने वॉरशिप कभी एक साथ क्लोज कॉर्डिनेशन में अरब सागर में मौजूद नहीं हुए. पाकिस्तान की नेवी की ताकत की बात करें तो उसके पास 30 से भी कम वॉरशिप हैं. सूत्रों के मुताबिक 22 अप्रैल के बाद से भारतीय नौसेना ने अपनी तैनाती को बढ़ाना शुरू कर दिया था. सबसे पहले भारतीय कैरियर बैटल ग्रुप INS विक्रांत को फॉर्वर्ड डिप्लॉयमेंट के लिए भेज दिया. कैरियर बैटल ग्रुप में 8 से 10 वॉरशिप मौजूद होती हैं. नेवी ने वेस्टर्न कोस्ट में INS विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर के अलावा 7 डिस्ट्रॉयर, 7 स्टील्थ गाइडेड मिसाइल फ्रीगेट तैनात कर दिए. जिसमें हाल ही में नौसेना में शामिल किए गए INS तुशिल भी शामिल है. इसके अलावा आधा दर्जन के करीब सबमरीन पानी के भीतर मौजूद हैं. कई फास्ट अटैक क्राफ्ट, मिसाइल बोट भी बड़ी संख्या में तैनात हैं. एक अंदाजा लगाए तो सब मिलाकर तकरीबन 36 के करीब होंगे. यह संख्या पाक नेवी के पास मौजूद कुल वॉरशिप की संख्या से ज्यादा है.
INS विक्रांत कैरियर बैटल ग्रुप की खासियत
INS विक्रांत कैरियर बैटल ग्रुप से एंटी सबमरीन वॉरफेयर ऑपरेशन, एंटी शिप ऑपरेशन, एयर डिफेंस, सर्विलांस और सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा सकते हैं. इस वक्त INS विक्रांत पर मिग 29 K ऑपरेट किए जा रहे हैं. इस एयरक्राफ्ट कैरियर के फ्रांस से 26 राफेल M की डील भी हो चुकी है. हेलिकॉप्टर में अमेरिका से लिए रोमियो हेलिकॉप्टर, चेतक और सीकिंग हेलिकॉप्टर भी मौजूद हैं. चूंकि यह एयरक्राफ्ट कैरियर एक पानी पर तैरता एयरफील्ड है, दुश्मन के मिसाइल से खुद को बचाने के लिए क्लोज इन वेपन सिस्टम से लैस है. विक्रांत में 32 ट्यूब वाले 2 वर्टिकल लॉन्चिंग सिस्टम लगे हैं. यह एक एडवांस्ड मिसाइल फायरिंग सिस्टम है जिसमें इजरायल की कुल 64 बराक-8/ मीडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल को दागा जा सकता है. यह आधा किलोमीटर से लेकर 150 किलोमीटर तक किसी भी अटैक को नष्ट कर सकता है. इसके अलावा चार ऑटोब्रेडा 76 mm गन और 4 क्लोज इन वेपन सिस्टम से लैस है, जो दुश्मन की मिसाइल को एयरक्राफ्ट पर हिट करने से पहले ही तबाह कर देगा.
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