किन लोगों पर ज्यादा असर करेगा कोविड-19, किन्हें बरतनी चाहिए सावधानी?
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Coronavirus Cases in India: हरियाणा में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में विशेष वार्ड बनाया गया है. डॉक्टर निपुण ने बताया कि गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को अधिक सावधानी ब…और पढ़ें

कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. (फाइल फोटो)
करनाल. पूरे देश में कोरोना के मामलों में एक बार फिर तेजी से वृद्धि हो रही है. हरियाणा में भी कोविड-19 के मामले सामने आए हैं. इस बीच विशेषज्ञों की राय है कि यह महामारी पहले से गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों को ज्यादा प्रभावित करेगी, इसलिए उन्हें अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है.
हरियाणा में कोविड के मामले सामने आने के बाद राज्य का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है. करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में हुई एक मीटिंग के बाद डॉक्टरों की ड्यूटी लगा दी गई है. अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर निपुण ने बताया कि राज्य में बढ़ते मामलों की वजह से हम अपनी तैयारी कर रहे हैं. कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सभी स्टाफ अलर्ट मोड में हैं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा, “30 बेड का एक विशेष वार्ड बनाया गया है. ऑक्सीजन की भरपूर और पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है. कोविड-19 से जुड़ी हर प्रकार की दवाइयां, कोविड किट और टेस्टिंग किट भी उपलब्ध हैं. आने वाले दिनों में बुखार के मरीज का कोविड का टेस्ट किया जाएगा. उन लोगों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है जिन्हें दिल, किडनी, फेफड़े की बीमारी है. ऐसे लोगों को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने की जरूरत है ताकि कोरोना का उन पर प्रभाव न पड़े.”
उन्होंने कहा, “कोविड 2019 में आया था और 2022 तक रहा. कोई भी वायरल बीमारी आती है तो एकदम से खत्म नहीं होती है. धीरे-धीरे उनमें कमी आती है. अब कोविड उन्हें ज्यादा प्रभावित कर रहा है जो अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं. जिन्हें हार्ट, किडनी, ब्रेन स्ट्रोक या मधुमेह की बीमारी है, उन्हें ज्यादा प्रभावित करेगा.” हरियाणा में कोरोना बढ़ रहा है. अब तक पांच लोग वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. इसमें तीन केस फरीदाबाद और दो गुरुग्राम के हैं.
दूसरी ओर, दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में, हाल में कोविड-19 के सभी 23 मरीजों में केवल हल्के लक्षण दिखे हैं और वे घर पर ही क्वॉरंटाइन में हैं. उनमें से 22 घर पर ही ठीक हो रहे हैं और किसी को भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क (आईएमए जेडीएन) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. ध्रुव चौहान ने कहा कि लोगों को जेएन.1 स्वरूप से घबराने की जरूरत नहीं है, जो ओमिक्रॉन बीए 2.86 में हुए बदलाव से उत्पन्न हुआ है और जो भारत में प्रचलित प्रमुख कोविड-19 स्वरूप है.
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राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h… और पढ़ें
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