खून पे ये इल्‍जाम न आए… मनीष तिवारी भी चले शश‍ि थरूर की राह

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मनीष तिवारी और शशि थरूर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर कांग्रेस को राष्ट्रीय हित में साथ आने का संदेश दिया है. तिवारी ने देशभक्ति गीत शेयर कर पार्टी को सोचने पर मजबूर किया है.

खून पे ये इल्‍जाम न आए... मनीष तिवारी भी चले शश‍ि थरूर की राह

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने केंद्र सरकार के प्रत‍ि एकजुटता दिखाई है.

हाइलाइट्स

  • मनीष तिवारी ने देशभक्ति गीत शेयर कर कांग्रेस को संदेश दिया.
  • शशि थरूर ने राष्ट्रीय हित में साथ आने की अपील की.
  • मनीष त‍िवारी के बयान से कांग्रेस के अंदरूनी मतभेद उजागर हुए.

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर पूरी दुन‍िया में भारत का पक्ष मजबूती से रखने के लिए सरकार ने जिन नामों को “टीम इंडिया” में शामिल किया है, उनमें कुछ विपक्षी चेहरे भी शामिल हैं. लेकिन कांग्रेस इन नामों पर पूरी तरह सहज नहीं दिख रही. ऐसे में शशि थरूर के बाद अब पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने भी एक स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की है.

मनीष तिवारी ने 1975 की फिल्म ‘Aakraman’ का देशभक्ति से ओत-प्रोत गीत सोशल मीडिया पर शेयर क‍िया. किशोर कुमार की आवाज में गाए गए इस गीत के बोल हैं…

“देखो वीर जवानों अपने ख़ून पे ये इल्ज़ाम न आए,
मां न कहे कि मेरे बेटे वक़्त पड़ा तो काम न आए.”

इस ट्वीट को सामान्य देशभक्ति से जोड़कर देखने की भूल न करें. दरअसल यह एक राजनीतिक संदेश है. स्पष्ट और गूंजता हुआ संदेश है. यह गीत जहां एक ओर सैनिकों के त्याग और बलिदान को सलाम करता है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दलों को यह याद दिलाता है कि देश के सवाल पर ‘दल’ नहीं, ‘देश’ पहले आता है. शायद मनीष तिवारी भ्‍ज्ञी शश‍ि थरूर की तरह ही कांग्रेस को भी मैसेज देने की कोश‍िश कर रहे हैं. शश‍ि थरूर ने कहा था कि जब देश की बात हो, तो राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर साथ आना चाहिए.

अंदरूनी मतभेद भी उजागर
मनीष तिवारी और शश‍ि थरूर दोनों पार्टी के उन चेहरों में हैं जो कई बार ‘लकीर के फकीर’ न होने के लिए जाने जाते हैं. शश‍ि थरूर ने जहां खुलकर भारत का पक्ष रखने की बात कही थी, वहीं मनीष तिवारी अब सांस्कृतिक और भावनात्मक अपील के जरिए पार्टी को यह सोचने पर मजबूर कर रहे हैं कि क्या इस समय राजनीतिक दूरी दिखाना उचित होगा. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कांग्रेस इस सांकेतिक दबाव के आगे झुकती है और राष्ट्रीय हित के इस अभियान में खुले दिल से भागीदारी करती है या फिर सियासी असहजता उसे किनारे बैठा देती है.

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Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group…और पढ़ें

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