कानपुर में तड़प कर 5 साल की बच्ची की मौत, फोन पर इलाज करते रहे डॉक्टर पर FIR
यूपी के कानपुर में 5 साल की बच्ची तड़प-तड़त कर मर गई। डॉक्टर फोन पर ही इलाज करते रहे। डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।

उत्तर प्रदेश के कानपुर के कल्याणपुर के निजी अस्पताल में पांच वर्षीय मासूम तड़पती रही और डॉक्टर अनूप अग्रवाल फोन पर ही इलाज करते रहे। आखिरकार मासूम की जान चली गई। इस मामले में परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने डॉक्टर को हिरासत में ले लिया है। पुलिस डॉक्टर से पूछताछ कर रही है।
मकसूदाबाद निवासी निर्मल कुमार कपड़ा कारोबारी हैं। उनकी टिकरा में कपड़े की दुकान है। उनकी केजी में पढ़ने वाली बेटी आरवी कमल को पिछले कुछ दिनों से बुखार आ रहा था। चार दिनों से निर्मल अपनी बेटी का कल्याणपुर में सिंघल हॉस्पिटल में डॉ. अनूप अग्रवाल से इलाज करा रहे थे। हालांकि बच्ची को कोई आराम नहीं मिल रहा था। बीमारी के पांचवें दिन सोमवार को वह बेटी को लेकर सिंघल हॉस्पिटल पहुंचे। डॉक्टर अनूप ने कहा कि बेटी को अस्पताल में भर्ती करा दें। निर्मल ने ऐसा ही किया। निर्मल का आरोप है कि डॉ. अनूप अपने नर्सिंग स्टाफ को फोन पर इलाज करने का निर्देश फोन पर ही देते रहे। उनके निर्देश पर नर्सिंग स्टाफ ने मासूम को चार इंजेक्शन लगाए। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ती चली गई।
तेज बुखार होने के कारण आरवी और तड़पने लगी। हालत बिगड़ने पर पहुंचे अनूप ने उसे हैलट अस्पताल या कहीं और ले जाने के लिए कह कर पल्ला झाड़ लिया। निर्मल उसे पास के नीचे अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने आरवी को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने सिंघल अस्पताल पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस डॉक्टर को हिरासत में लिया और कल्याणपुर थाना लेकर आ गई। कल्याणपुर इंस्पेक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि डॉक्टर के खिलाफ इलाज में लापरवाही के कारण मासूम की मौत के आरोपों में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी ने बताया कि मामले की शिकायत मेरे पास आई है। जांच कमेटी का गठन करके इसकी छानबीन कराई जाएगी। अगर आरोपित डॉक्टर दोषी मिलते हैं तो कड़ी कार्रवाई करेंगे।