कानपुर में सपा पदाधिकारी समेत 300 कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज, दारोगा ने क्यों दी तहरीर?
कानपुर की कोतवाली पुलिस ने सपा पदाधिकारियों समेत 300 कार्यकर्ताओं के विरुद्ध केस दर्ज किया है। उपनिरीक्षक नितिन कुमार ने बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन, सड़क जाम तथा सरकार विरोधी नारेबाजी करने केा आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी थी।

यूपी के कानपुर में कोतवाली पुलिस ने समाजवादी पार्टी (सपा) के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के विरुद्ध रविवार को मामला दर्ज किया है। दरअसल उपनिरीक्षक नितिन कुमार ने बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन, सड़क जाम तथा सरकार विरोधी नारेबाजी करने केा आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है। जिसके बाद पुलिस ने सपा पदाधिकारी समेत 300 कार्यकर्ताओं पक देस दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक सपा महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद, महासचिव बंटी सेंगर, महानगर उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह बड़े ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेंद्र यादव मिंटू, युवा नेता अर्पित यादव को नामजद किया गया है, जबकि लगभग 300 अज्ञात कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाया गया है। यह कार्रवाई उपनिरीक्षक नितिन कुमार की तहरीर पर की गई है। उपनिरीक्षक नितिन कुमार के अनुसार 29 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शहर आगमन कार्यक्रम के मद्देनजर 25 मई से धारा 163 बीएनएस प्रभावी की गई थी। इसके बावजूद 29 मई को दोपहर लगभग 12 बजे सपा कार्यकर्ता नवीन मार्केट स्थित पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए और सरकार विरोधी नारेबाजी प्रारंभ कर दी। प्रदर्शनकारी हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर बड़े चौराहों से होते हुए कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ने लगे। पूछे जाने पर वे कोई भी वैध अनुमति पत्र प्रस्तुत नहीं कर सके।
पुलिस द्वारा रोके जाने और समझाने का प्रयास करने के बावजूद प्रदर्शनकारी नहीं माने और जिलाधिकारी कार्यालय की ओर मार्च करते हुए सड़क पर नारेबाजी करते रहे, जिससे आमजन को आवागमन में कठिनाई का सामना करना पड़ा। पुलिस के अनुसार पांच नामजद सहित 300 अज्ञात के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मामला पंजीकृत किया गया है। आरोपियों पर सरकार विरोधी नारेबाजी, शासकीय आदेशों की अवहेलना, सड़क जाम कर जनसामान्य को असुविधा पहुंचाने जैसी धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।