कानपुर में जल संकट के बीच गंगा की धारा मोड़ने का काम शुरू, बालू की बोरियों से बना रहे बांध
यूपी के कानपुर में पानी का संकट गहराना शुरू हो गया है। गंगा का जलस्तर एक हफ्ते में छह इंच घट गया है। फिलहाल गंगा का जलस्तर चेतावनी बिन्दु से दूर है। पानी के संकट से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए जलकल विभाग ने गंगा की धारा को मोड़ना शुरू कर दिया है।

यूपी के कानपुर में पानी का संकट गहराना शुरू हो गया है। गंगा का जलस्तर एक हफ्ते में छह इंच घट गया है। फिलहाल गंगा का जलस्तर चेतावनी बिन्दु से दूर है। पानी के संकट से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए जलकल विभाग ने गंगा की धारा को मोड़ना शुरू कर दिया है। गंगा पर बंधा बनाने के लिए बालू की बोरियां 10 मीटर तक लगा दी गई है। 220 मीटर तक का बंधा बनाया जाएगा। फिलहाल जलकल विभाग की टीम ने ड्रेजिंग मशीन को फुल स्पीड में चलाना शुरू कर दिया है। जिससे कच्चा पानी लेने में दिक्कत न हो। एक हफ्ते में छह इंच पानी घटा है।
गंगा का जलस्तर कम होना शुरू हो गया है। इसे देखते हुए गर्मी में शहरवासियों को भरपूर पानी देने के लिए जलकल विभाग ने गंगा पर बंधा बनाना शुरू कर दिया है। भैरोघाट पंपिंग स्टेशन के सामने गंगा के दूसरी तरफ से बंधे को बनाया जा रहा है। जिससे गंगा की धारा को मोड़कर पानी की पर्याप्त व्यवस्था भैरोघाट पंपिंग स्टेशन पर की जा सके। इसके लिए करीब 220 मीटर का बंधा बनना है। जलकल विभाग की टीम ने सात लाख की लागत से स्पाइडर प्रोडक्शन कंपनी को बंधा बनाने का टेंडर दिया है।
गंगा की धारा को मोड़कर बंधा बनने में करीब 10 दिन का समय लगेगा। फिलहाल जलकल विभाग की टीम लगातार गंगा की मानीटरिंग कर रही है। वह सिंचाई विभाग के लगातार संपर्क में है। जिससे शहर में पानी का संकट न गहरा सके। एक हफ्ते पहले तक गंगा का जलस्तर 357.7 फीट था। एक हफ्ते में छह इंच गंगा का जलस्तर घटा है।
जलकल के महाप्रबंधक, आनंद त्रिपाठी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि गर्मी में कम हो रहे जलकल स्तर का लेविल बराबर करने के लिए जलकल विभाग ने गंगा की धारा को मोड़ने का काम शुरू कर दिया है। गंगा पर बंधा बनाने का काम शुरू हो गया है। जेटिंग मशीने चलने लगी है। जिससे पानी लेने में किसी भी तरह की दिक्कत न हो।