J&K की 8 सुरंगों पर बढ़ा पहरा, तैनात हुए CRPF के कमांडो, जानिए सुरक्षा इंतजाम
Last Updated:
USBRL: उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लाइन (यूएसबीआरएल) परियोजना में मौजूद आठ सुरंगों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के कमांडोज को तैनात करने का फैसला किया गया है.

यूएसबीआरएल परियोजना में मौजूद आठ सुरंगों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ को तैनात किया गया है. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
- उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लाइन की कड़ी की गई सुरक्षा
- सीआरपीएफ के हवाले की गई इस लाइन के सुरंगों की सुरक्षा
- CCTV कैमरों और मॉर्डन वैपन से लैस किए गए CRPF कमांडो
Jammu & Kashmir News: पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पूरे जम्मू और कश्मीर में सुरक्षाबलों ने अब तक का सबसे बड़ा एंटी टेरर ऑपरेशन शुरू कर दिया है. घाटी में मौजूद तमाम आतंकियों, उनके मददगारों और खैरख्वाहों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई जारी है. वहीं इस सब के बीच सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू और कश्मीर की उन आठ सुरंगों की सुरक्षा को पुख्ता कर दिया है, जो घाटी की तरक्की में नई इबारत लिखने वाली है.
दरअसल, यहां पर बात 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लाइन (यूएसबीआरएल) परियोजना की हो रही हैं. इस रेल लाइन के लगभग 100 किलोमीटर हिस्से में टनल हैं, जिनकी सुरक्षा अब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की घातक कमांडो यूनिट करेगी. सूत्रों की मानें तो टनल की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक हथियारों और बुलेटप्रूफ जैकेट से लैस 4,500 कमांडो को तैनात किए जाएंगे.
यह भी पढ़ें: कुछ बड़ा होने वाला है… पीएम मोदी से फिर मिले राजनाथ, 40 मिनट तक हुई बात
साथ ही, टनल के हर कोने पर नजर बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों को भी इंस्टॉल कर दिया गया है. सीसीटीवी कैमरों की निगरानी के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो दिन-रात काम करेगा. उल्लेखनीय है कि इस रेल लाइन का 111 किलोमीटर लंबा कटरा-बनिहाल हिस्सा सबसे चुनौतीपूर्ण है. इसमें भारत की सबसे लंबी रेलवे टनल (12.77 किलोमीटर), दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च चिनाब ब्रिज और भारतीय रेलवे का पहला केबल-स्टे ब्रिज शामिल है.
इस रेलवे नेटवर्क का करीब 97 किलोमीटर का हिस्स सुंरेगों के भीतर से होकर गुजरता है. फिलहला, यूएसबीआरएल के 184 किलोमीटर लंबे संगलदान-बारामुला और 25 किलोमीटर लंबे उधमपुर-कटरा हिस्से पर ट्रेनें चल रही हैं. लेकिन कश्मीर घाटी 63 किलोमीटर के कटरा-संगलदान हिस्से के पूरा होने का इंतजार कर रही है, जिसका उद्घाटन जल्द होगा. यह रेल लाइन जम्मू-कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेगी और क्षेत्र के विकास में बड़ी भूमिका निभाएगी.
यह भी पढ़ें: अल्लाह, आर्मी, चीन चला रहे पाकिस्तान, सेना के गुलाम हैं शहबाज शरीफ, 76 साल में 30 पीएम
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट्स के अनुसार, यह निर्णय 9 मार्च को हुई एक अहम सुरक्षा बैठक के बाद लिया गया. यह बैठक पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बुलाई गई थी, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी. इस हमले ने कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था की कमियों पर बात की गई. यूएसबीआरएल का एक हिस्सा 19 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उद्घाटन करना था, लेकिन बारिश और खराब मौसम के कारण यह समारोह स्थगित हो गया था.
और पढ़ें
Credits To Live Hindustan