हरियाणाः 37 लाख रिश्वत मांगी, इंस्पेक्टर-हेडकांस्टेबल सस्पेंड, FIR के बाद फरार
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Karnal News: करनाल में मर्डर केस में नाम हटाने के लिए रिश्वत मांगने पर इंस्पेक्टर मनदीप और हेड कांस्टेबल ऋषिपाल निलंबित हुए. एसपी गंगा राम पूनिया ने जांच के आदेश दिए हैं.

करना के एसपी गंगा राम पूनिया ने बताया कि इस मामले की जांच डीएसपी स्तर पर की जा रही है.
हाइलाइट्स
- करनाल में मर्डर केस में रिश्वत मांगने पर दो पुलिसकर्मी निलंबित.
- इंस्पेक्टर मनदीप और हेड कांस्टेबल ऋषिपाल पर FIR दर्ज.
- मामले की जांच डीएसपी इंद्री करेंगे.
करनाल. हरियाणा पुलिस के लिए एक बार फिर से शर्मसार करने वाली खबर है. यहां पर मर्डर केस में नाम हटाने के लिए पुलिस ने रिश्वत मांगी. यहां तक कि पैसा बिचौलिये के पास पहुंच भी गया था. लेकिन फिर एसपी तक बात पहुंची और एक्शन देखने को मिला. अब एसपी ने इंस्पेक्टर मनदीप और हेड कांस्टेबल ऋषिपाल को निलंबित कर दिया है. मामले की आगे की जांच डीएसपी इंद्री करेंगे.
दरअसल, करनाल के गांव मानपुरा में 12 मार्च को महिला सुमित्रा की गोली मारकर हत्या के मामले में असंध सीआईए टीम पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. आरोप है कि आरोपियों के नाम FIR से निकालने के लिए 37 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी और ये पैसे बिचौलिए के पास रखवाए गए थे. पुलिस को आरोपी के ही किसी रिश्तेदार ने शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए असंध सीआईए के इंचार्ज इंस्पेक्टर मंदीप सिंह और एक अन्य पुलिसकर्मी रिषीपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मूनक थाने में केस दर्ज किया है.
अब मामले की जांच डीएसपी स्तर पर
करना के एसपी गंगा राम पूनिया ने बताया कि इस मामले की जांच डीएसपी स्तर पर की जा रही है. हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल, दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच जारी है. वहीं, हत्या के मामले की जांच भी अलग से चल रही है. एसपी ने कहा कि दोनों पुलिसकर्मी जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, फिलहाल अनुपस्थित हैं, लेकिन उनके खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं और पूरे मामले की जांच की जाएगी. उन्होंने बताया कि पुलिस पर सेवा, सुरक्षा और सहयोग की जिम्मेदारी होती है, लेकिन इस तरह के आरोपों से पुलिस की छवि धूमिल होती है.
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