दिल्ली को तूफानी हवाओं ने फिर झकझोरा, 96 KMPH रही रफ्तार; इन 4 वजहों से आई आंधी
दिल्ली-एनसीआर में रविवार को आंधी और बारिश ने फिर झकझोर कर रख दिया। इस दौरान 96 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। बीते 30 दिनों में यह पांचवीं बार है जब तेज रफ्तार आंधी का सामना करना पड़ा।

दिल्ली-एनसीआर में रविवार को आंधी और बारिश ने फिर झकझोर कर रख दिया। इस दौरान 96 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। बीते 30 दिनों में यह पांचवीं बार है जब तेज रफ्तार आंधी का सामना करना पड़ा। रविवार को दोपहर बाद तक लोगों को गर्मी और उमस से परेशानी उठानी पड़ी। शाम तीन बजे के बाद मौसम ने करवट ली और आंधी के बाद कई जगह बारिश से पारा गिर गया। राजघाट इलाके में सबसे ज्यादा 17.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
14 डिग्री लुढ़का पारा: दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में तीन बजे अधिकतम तापमान 37.9 डिग्री था लेकिन आंधी-बारिश के बाद यह 14 डिग्री गिर गया। शाम साढ़े पांज बजे यह 23 डिग्री दर्ज किया गया। अगले दो दिन तेज हवा के साथ हल्की बारिश के आसार हैं।
एयर टर्बुलेंस में फंसा विमान : तेज हवा के चलते दिल्ली आ रहे 14 विमानों को डायवर्ट करना पड़ा। रायपुर से दिल्ली आ रहे इंडिगो का विमान लैंडिंग के दौरान एयर टर्बुलेंस में फंस गया। इसके कारण विमान की तुरंत लैंडिंग नहीं हो सकी, लेकिन पायलट ने कुछ देर बाद सुरक्षित लैंडिंग कराई।
हिंडन बैराज की ग्रिल गिरी: आंधी और बारिश से गाजियाबाद में हिंडन बैराज की ग्रिल गिर गई। इसमें बाइक समेत दो युवक दब गए। दोनों को काफी मुश्किल से बाहर निकाला गया। नोएडा में बिजली के खंभे और कई पेड़ गिर गए। ग्रेटर नोएडा में एक मॉल के पास सड़क पर पेड़ का हिस्सा टूटकर ऑटो पर गिरने से चालक घायल हो गया। स्टेडियम में एलईडी स्क्रीन गिर गई, जिससे एक कर्मचारी घायल हो गया।
आंधी आने के पीछे ये चार वजह
1. मध्य ट्रोपोस्फेरिक स्तर (क्षोभमंडलीय स्तरों) पर मौजूद पश्चिमी विक्षोभ चक्रवात की बड़ी वजह है।
2. निचले ट्रोपोस्फेरिक स्तर हरियाणा के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण मौजूद।
3. निचले ट्रोपोस्फेरिक स्तर पर अरब सागर से लगातार नमी का प्रवाह आ रहा है।
4. गतिशील और उष्मागितकीय हलचलें भी एक वजह है।
www.livehindustan.com