भारतीय नौसेना ने दिखाया जंग का ट्रेलर, निशाने पर कराची, हर तरफ से घिरेगा पाक
Last Updated:
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भारतीय नौसेना ने ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया. यह मिसाइल 800 किलोमीटर तक मारक क्षमता रखती है. नौसेना ने अरब सागर में कई लक्ष्यों पर सटीक हमले किए.

नौसेना ने ब्रह्मोस एंटी शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया.
Indian Navy Firing Anti Ship Missile: भारत-पाकिस्तान के बीच जंग की स्थिति बन गई है. पहलगाम में हिंदुओं के नरसंहार के बाद सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है. एलओसी पर दोनों ओर से लगातार फायरिंग हो रही है. मगर, इस बार भारत केवल एक तरफ नहीं बल्कि हर ओर से पाकिस्तान को घेरने की तैयारी कर रहा है. रविवार 27 अप्रैल को भारतीय नेवी ने अपने शिप से एंटी शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. सेना की शिप से लॉग रेंज ब्रह्मोस मिसाइल का परिक्षण किया गया. बता दें कि ब्रह्मोस लॉन्ग रेंज एंटी-शिप मिसाइल की मारक क्षमता 800 किलोमीटर तक है. अगर भारत हमला करता है तो पाकिस्तान की आर्थिक रीढ़ कराची से लेकर कई शहर तबाह हो सकते हैं.
रविवार को भारतीय नौसेना के स्पोक्सपर्सन ने एक्स पर अपने हैंडल पर नौसेना के इस एंटी शिप के सफल परीक्षण की जानकारी दी. बता दें कि नौसेना के शिप से आज अरब सागर में ब्रह्मोस लॉंग रेंज एंटी-शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया. इस परीक्षण में नौसेना ने अपने युद्धपोतों से कई लक्ष्यों पर सटीक हमले किए, जिससे नौसेना की ताकत और तैयारियों का शानदार प्रदर्शन हुआ. यह परीक्षण नौसेना के हथियारों, युद्धपोतों और कर्मियों की लंबी दूरी तक सटीक हमले की क्षमता को फिर से साबित करता है.
#IndianNavy Ships undertook successful multiple anti-ship firings to revalidate and demonstrate readiness of platforms, systems and crew for long range precision offensive strike.#IndianNavy stands #CombatReady #Credible and #FutureReady in safeguarding the nation’s maritime… pic.twitter.com/NWwSITBzKK
— SpokespersonNavy (@indiannavy) April 27, 2025
ब्रह्मोस मिसाइल, जो भारत और रूस की साझेदारी से बनी है, दुनिया की सबसे तेज़ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है. यह 900 किलोमीटर तक की दूरी पर दुश्मन के जहाजों और ठिकानों को निशाना बना सकती है. नौसेना ने अपने बयान में कहा, ‘हमारी नौसेना हर समय, हर जगह और किसी भी स्थिति में देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार है.’ यह परीक्षण आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और कदम है.
और पढ़ें
Credits To Live Hindustan