अमेरिका-भारत के सामरिक रिश्तों का महत्वपूर्ण दौर, कुछ डिलिवरी अब भी रही है लटक
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US-INDIA DEFENCE TIES: अमेरिकी डिफेंस सैक्टर को बढ़ाना यह ट्रंप की सबसे पहली प्राथमिकता में से एक है. साल 2008 के बाद से डिफेंस ट्रेड परवान चढ़ना शुरू हुआ और साल 2016 में अमेरिका ने भारत को मेजर डिफेंस पार्टनर …और पढ़ें

बतौर उपराष्ट्रपति जे डी वेंस का दौरा है बेहद खास
हाइलाइट्स
- भारत-अमेरिका रक्षा संबंध महत्वपूर्ण दौर में हैं.
- भारत 114 मल्टी रोल फाइटर एयरक्राफ्ट खरीदने की तैयारी में है.
- अमेरिका भारत को F-21 फाइटर जेट बेचने की कोशिश कर रहा है.
NEW DELHI: ट्रंप ने दुनिया भर में उथल पुथल मचा दी. रूस यूक्रेन जंग को रोकने के लिए जेलेंस्की को वाइट हाउज बुलाकर धमकाया. ईरान पर परमाणु कार्यक्रम को बंद करने के एवज में अल्टीमेटम दे डाला. एक तरफ तो ट्रंप वॉर रोकने के लिए कदम बढ़ा रहे हैं लेकिन एक वॉर का एलान उन्होंने किया वह है. टैरिफ वॉर. इस टैरिफ वार की चपेट में दुनिया के तमाम देश के साथ भारत भी शामिल है. ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद अमेरिका के उप राष्ट्रपति जे डी वेंस का दौरा कई मायने में खास है. अपनी डिफेंस इंडस्ट्री को बढ़ावे देने के लिए अमेरिका की नजर भारत के रक्षा सौदे पर हो सकती है. भारतीय अपनी वायुसेना के लिए 114 मल्टी रोल फाइटर एयरक्राफ्ट खरीदने की तैयारी में है.
अमेरिका की नजर डिफेंस डील पर
भारतीय सेना इस वक्त के सबसे बड़े डील को फाइनल करने की तैयारी कर रही है. यह डील है भारतीय वायुसेना के लिए 114 MRFA (मल्टी रोल फाइटर एयरक्राफ़्ट) की है. इस रेस में रूस की सुखोई 35 और मिग 35, फ्रांस का रफाल, अमेरिका के F-21, स्वीडन की ग्रिपेन और यूरोप का युरोफाइटर टाइफtन शामिल है हांलकि की अभी खरीद प्रक्रिया शुरू होनी है. हाल ही में भारतीय वायुसेना की तरफ से आयोजित किए गए मल्टी नेशनल वायुसैन्य अभ्यास के दौरान सभी दावेदार अपने एयरक्राफ़्ट को लेकर आए और भारतीय वायुसेना के सामने अपनी दावेदारी को पेश किया. अमेरिका लगातार भारत को इस डील के लिए खास तौर पर F-16 का एडवांस वर्जन स्टेट ऑफ आर्ट कैपेबिल्टी वाला F-21 फाइटिंग फैल्कन को पुश कर रहा है. इस डील पर अमेरिका की भी नजर है और माना जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन इस डील को क्रैक करने की कोशिश करेगा. खुद ट्रंप ने पांचवी पीढ़ी के फाइटर की पेशकश भारत के सामने कर चुकें है.
कई डील चल रही है देर से
भारत और अमेरिका के बीच 39 AH 64 अपाचे हेलिकॉप्टर की खरीद को मंजूरी दी थी. मंजूरी के बाद साल 2015 में भारतीय वायुसेना के लिए 22 अपाचे की खरीद का करार हुआ. भारतीय वायुसेना को सभी 22 हेलिकॉप्टर मिल चुके हैं. थलसेना के 800 मिलियन डॉलर की कीमत के 6 अपाचे खरीद का करार साल 2020 में किया गया. फरवरी 2024 में पहला अपाचे मिलने की डेडलाइन रखी गई थी. लेकिन अभी तक पहला ही नहीं आया. इसके अलावा भारत के तेजस मार्क 1A प्रोग्राम के लिए इंजन की डील अमेरिकी इंजन निर्माता कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के साथ साल 2021 तो हो गई. इस डील के तहत कुल 99 F404 इंजन की सप्लाई भारत को होनी है. यह इंजन तेजस मार्क 1A प्रोग्राम के लिए है. पहला इंजन HAL को डिलिवर किया जा चुका है. डिलिवरी स्पीड अभी तेज होनी बाकी है. माना जा रही है कि उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के इस दौरे में इस पर भी कुछ बात हो सकती है.
अमेरिका के साथ हुई कई डील
हाल ही में भारत ने 3 बिलियन डॉलर की लागत से 31 आर्म्ड ड्रोन MQ-9B सी गार्डियन और स्काई गार्डियन की डील अमेरिका से की है. इसका पहला ड्रोन 2029 तक डिलीवरी ट्रंप प्रशासन के दौरान शुरू होगी. यह ड्रोन भारत में ही असेंबल किए जाएंगे. ड्रोन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिकस भारत में ग्लोबल मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरऑल (MRO) फैसिलिटी भी बनाएगी. अमेरिका की जीई एरोस्पेस और भारत की एचएएल के बीच भारत में ही GE F-414 जेट इंजन बनाने के लिए प्रकिया आगे बढ़ने और निगोसिएशन की प्रक्रिया चल रही है और इस ऐतिहासिक जॉइंट प्रोडक्शन और टेक्नॉलजी ट्रांसफर की प्रक्रिया में ट्रंप और तेजी ला सकते हैं. जीई-एफ-414 इंजन भारतीय वायुसेना के तेजस मार्क 2 में लगाए जाने है.भारतीय सेना 500 से ज्यादा इंफ़ैंट्री कांबेट वेहिकल की खरीद कर रही है. इसके लिए अमेरिकी स्ट्रायकर ICV को चुना गया है.
भारतीय सेना में अमेरिकी हथियार
साल 2000 से साल 2023 के बीच हुए आर्मस डील की एक लंबी फेहरिस्त है. भारतीय वायुसेना के लिए 28 अपाचे अटैक हैलिकॉप्टर, 1354 AGM-114 हेलफायर एंटी टैंक मिसाइल, स्ट्रांगिर पोर्टेबल सर्फेस टू सर्फेस एयर मिसाइल, कॉंबेट हैलिकॉप्टर रडार, 15 चिनूक हैवि लिफ्ट हैलिकॉप्टर, 13 C-130 सुपर हरक्यूलिस, 11 C-17 ग्लोबमास्टर, लिए गए. नौसेना के लिए जलाश्व ‘ एंफीबियस ट्रांसपोर्ट डॉक’, 24 रोमियो हैलिकॉप्टर, 12 P8i एयरक्राफ्ट, एंटी सबमरीन वॉरफेयर टॉरपिडो, हारपून एंटी शिप मिसाइल, सी किंग हैलिकॉप्टर, नेवल गैस टर्बाइन, 1.45 लाख सिगसौर रायफल शामिल है. इसके अलावा भारतीय थलसेना के लिए 145 M-777 हॉवितसर, 1200 से ज्यादा गाइडेड आर्टिलरी शेल, 145 शामिल हैं. 31 MQ-9B ड्रोन, 6 अपाचे हेलिकॉप्टर, तेजस मार्क 1 A के लिए GE404, 6 P8i, स्ट्राइकर ICV, जेवलिन एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, तेजस Mk-2 और AMCA के लिए GE 414 इंजन की खरीद प्रक्रिया आगे बढ़ रही है.
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Credits To Live Hindustan