अल नीनो के कमजोर पड़ने से प्री-मानसून में बढ़िया बारिश

Kanpur News – अल नीनो के कमजोर पड़ने से प्री-मानसून में बढ़िया बारिश अल नीनो के कमजोर पड़ने से प्री-मानसून में बढ़िया बारिश

Newswrap हिन्दुस्तान, कानपुरFri, 23 May 2025 08:10 PM
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अल नीनो के कमजोर पड़ने से प्री-मानसून में बढ़िया बारिश

कानपुर। अल नीनो (समुद्र के तापमान का असर) के कमजोर पड़ने से उत्तर प्रदेश में प्री मानसून की अच्छी बारिश हुई। यह बारिश पूरे प्रदेश में समान रूप से नहीं हुई। 46.75 फीसदी जिलों में औसत से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में पश्चिमी की अपेक्षा अधिक बारिश हुई। 01 मार्च से 31 मई तक की बारिश प्री मानसून की वर्षा कहलाती है। अल नीनो एक नेचुरल पैटर्न है जो समुद्री तापमान से संबंधित है। इससे बारिश अधिक होने की संभावना बढ़ जाती है। वर्ष 2025 में अच्छे मानसून की दस्तक के पीछे अल नीनो प्रभाव ही माना जा रहा है।

फिलहाल प्री मानसून में भी इसका प्रभाव नजर आ रहा है। प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में सामान्य से 22 फीसदी अधिक बारिश हुई। पश्चिमी में सात फीसदी कम बारिश हुई। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी उत्तर प्रदेश में बस्ती में पहली मार्च से शुक्रवार तक सर्वाधिक वर्षा हुई है। यहां 27.1 मिमी औसत बारिश के स्थान पर अब तक 87.6 मिमी बारिश हो चुकी है। यह 223 प्रतिशत अधिक है। अयोध्या में 24.1 मिमी के स्थान पर 62.8 मिमी बारिश हो चुकी है। यह 161 फीसदी अधिक है। बाराबंकी, बलिया, रायबरेली के अलावा कानपुर और लखनऊ में 12 और वाराणसी में 30 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। पूर्वी के 42 में 18 जिलों यानी 41.86 फीसदी जिलों में कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में औसत से 07 फीसदी कम बारिश हुई है। मेरठ में 122 प्रतिशत सामान्य से अधिक बारिश हुई है। इसी तरह मथुरा में औसत से 98 फीसदी अधिक बारिश हुई। हमीरपुर में 46, अलीगढ़ में 64 और आगरा में 14 मिमी अधिक बारिश हुई। अमरोहा, औरैया, बदायूं, शाहजहांपुर, शामली, पीलीभीत समेत कई जिलों में कम बारिश हुई है। पश्चिमी के कुल 34 में 18 जिलों में यानी 52.94 फीसदी में औसत से कम बारिश रिकॉर्ड की गई। अल नीनो के कारण इस बार मानसून भिन्न है। इस बार जल्दी आने की संभावना जताई जा रही है। प्री मानसून की स्थिति पूर्वी उत्तर प्रदेश में ठीक रही है। मई के आखिर तक पश्चिमी में भी सुधार की संभावना है। फिलहाल नमी अधिक है और आंधी-पानी की संभावना अधिक बनी हुई है। 27 मई तक ऐसा ही मौसम बना रहने की संभावना है। तापमान तो कम रहे पर उमस भरी गर्मी ने शुक्रवार को परेशान कर दिया। अधिकतम पारा 34.1 से बढ़कर 36.3 डिग्री सेल्सियस हो गया। यह सामान्य से 3.9 डिग्री कम है। न्यूनतम पारा 20.6 से 24 डिग्री सेल्सियस हो गया। यह भी सामान्य से 02.1 डिग्री कम है। नमी का अधिकतम प्रतिशत 82 और न्यूनतम 52 फीसदी रहा। उत्तर-पूर्वी हवाओं के कारण नमी लगातार बढ़ रही है। फिलहाल 27 मई तक कभी भी आंधी-पानी संभव है। इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।