Menstrual Cycle: समय से पहले आ रहे हैं पीरियड्स? इन समस्याओं से तो नहीं जूझ रहीं आप

टाइम से पहले ही पीरियड्स आ जाते हैं तो इसका सबसे ज्यादा आम कारण हार्मोनल इंबेलेंस होता है. हार्मोंस में उतार-चढ़ाव की वजह से पीरियड्स साइ​किल बिगड़ता है. पीरियड्स के लिए एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन जिम्मेदार होते हैं. जब इन हार्मोंस में दिक्कत आती है तो समय से पहले ही पीरियड्स आ जाते हैं.

टाइम से पहले ही पीरियड्स आ जाते हैं तो इसका सबसे ज्यादा आम कारण हार्मोनल इंबेलेंस होता है. हार्मोंस में उतार-चढ़ाव की वजह से पीरियड्स साइ​किल बिगड़ता है. पीरियड्स के लिए एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन जिम्मेदार होते हैं. जब इन हार्मोंस में दिक्कत आती है तो समय से पहले ही पीरियड्स आ जाते हैं.

ज्यादा एक्सरसाइज करने से अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं या पीरियड्स पूरी तरह से बंद हो सकते हैं. उन लोगों में ये समस्या देखने को मिलती है, जो रोज घंटों ट्रेनिंग करते हैं। एक्सरसाइज पीरियड्स को तभी प्रभावित करती है, जब आप खाने से ज्यादा कैलोरी बर्न करते हैं. पर्याप्त एनर्जी के बिना शरीर ओव्यूलेट करने के लिए जरूरी प्रजनन हार्मोन की मात्रा का उत्पादन नहीं कर पाता है.

ज्यादा एक्सरसाइज करने से अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं या पीरियड्स पूरी तरह से बंद हो सकते हैं. उन लोगों में ये समस्या देखने को मिलती है, जो रोज घंटों ट्रेनिंग करते हैं। एक्सरसाइज पीरियड्स को तभी प्रभावित करती है, जब आप खाने से ज्यादा कैलोरी बर्न करते हैं. पर्याप्त एनर्जी के बिना शरीर ओव्यूलेट करने के लिए जरूरी प्रजनन हार्मोन की मात्रा का उत्पादन नहीं कर पाता है.

पीरियड्स जल्दी आने का कारण स्ट्रेस भी हो सकता है. बहुत ज्यादा तनाव का लेवल हाइपोथैलेमस को इफेक्ट करता है, जो दिमाग का एक हिस्सा है और हार्मोन्स को कंट्रोल करता है. हाइपोथैलेमस के प्रभावित होने पर भी हार्मोन में उतार-चढ़ाव होते हैं और पीरियड्स जल्दी आ जाते हैं.

पीरियड्स जल्दी आने का कारण स्ट्रेस भी हो सकता है. बहुत ज्यादा तनाव का लेवल हाइपोथैलेमस को इफेक्ट करता है, जो दिमाग का एक हिस्सा है और हार्मोन्स को कंट्रोल करता है. हाइपोथैलेमस के प्रभावित होने पर भी हार्मोन में उतार-चढ़ाव होते हैं और पीरियड्स जल्दी आ जाते हैं.

बर्थ कंट्रोल पिल्स अक्सर हार्मोन्स को प्रभावित करती है, जिससे पीरियड्स का साइकिल बुरी तरह से प्रभावित होता है और जल्दी पीरियड्स आने लगते हैं.

बर्थ कंट्रोल पिल्स अक्सर हार्मोन्स को प्रभावित करती है, जिससे पीरियड्स का साइकिल बुरी तरह से प्रभावित होता है और जल्दी पीरियड्स आने लगते हैं.

थायराइड की समस्या होने पर भी हार्मोंस प्रभावित होते हैं और पीरियड्स जल्दी आने शुरू हो जाते हैं. 

थायराइड की समस्या होने पर भी हार्मोंस प्रभावित होते हैं और पीरियड्स जल्दी आने शुरू हो जाते हैं. 

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम में महिलाओं को पीरियड्स अनियमित होते हैं. कभी ये जल्दी तो कभी देर से आते हैं, जिसकी वजह से उन्हें बेबी प्लान करने में भी दिक्कत आती है.

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम में महिलाओं को पीरियड्स अनियमित होते हैं. कभी ये जल्दी तो कभी देर से आते हैं, जिसकी वजह से उन्हें बेबी प्लान करने में भी दिक्कत आती है.

एंडोमेट्रियोसिस एक गंभीर समस्या होती है, जिसमें ओवरी लाइन ओवरी के बाहर बढ़ने लगती है. इसकी वजह से पीरियड्स दर्दनाक होते हैं और महिलाओं को दर्द से गुजरना पड़ता है. 

एंडोमेट्रियोसिस एक गंभीर समस्या होती है, जिसमें ओवरी लाइन ओवरी के बाहर बढ़ने लगती है. इसकी वजह से पीरियड्स दर्दनाक होते हैं और महिलाओं को दर्द से गुजरना पड़ता है. 

महिलाओं में जब हार्मोन बदलते हैं तो लड़कियों की उम्र बढ़ती है. ऐसे मौके पर भी पीरियड्स कई बार समय से पहले आ जाते हैं. 

महिलाओं में जब हार्मोन बदलते हैं तो लड़कियों की उम्र बढ़ती है. ऐसे मौके पर भी पीरियड्स कई बार समय से पहले आ जाते हैं. 

वजन अगर आपका तेजी से बढ़ रहा है या घट रहा है तो इससे हार्मोंस पर असर पड़ता है और समय से पहले पीरियड्स आ सकते हैं.

वजन अगर आपका तेजी से बढ़ रहा है या घट रहा है तो इससे हार्मोंस पर असर पड़ता है और समय से पहले पीरियड्स आ सकते हैं.

मेनोपॉज से पहले स्टेज में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का प्रॉडक्शन घटता-बढ़ता है, जिसकी वजह से कई बार पीरियड्स जल्दी आ जाते हैं.

मेनोपॉज से पहले स्टेज में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का प्रॉडक्शन घटता-बढ़ता है, जिसकी वजह से कई बार पीरियड्स जल्दी आ जाते हैं.

Published at : 25 May 2025 07:55 AM (IST)

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