कानपुर इस साल सेना को देगा पांच लाख जोड़ी बूट

Kanpur News – कानपुर में ऑर्डिनेंस इक्यूपमेंट फैक्ट्री 2025-26 में पांच लाख जोड़ी हाई एंकल बूट सेना को देगी। पिछले साल 250 करोड़ रुपये के ऑर्डर के तहत 10 लाख बूट बनाए जाएंगे। नए बूट हल्के और आरामदायक हैं, जो पहाड़ी…

Newswrap हिन्दुस्तान, कानपुरSat, 17 May 2025 12:15 PM
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कानपुर इस साल सेना को देगा पांच लाख जोड़ी बूट

कानपुर, प्रमुख संवाददाता। कानपुर में बने बूटों की धमक सरहद पर दुश्मन सुनेंगे। ऑर्डिनेंस इक्यूपमेंट फैक्ट्री मौजूदा वित्तीय वर्ष 2025-26 में पांच लाख जोड़ी हाई एंकल बूट बनाकर सेना को देगी। ओईएफ में युद्धस्तर पर बूट बनाने का काम चल रहा है। पिछले साल मिले 250 करोड़ रुपये के ऑर्डर से करीब 10 लाख बूट जवानों को बनाकर दिए जाने हैं। ऑर्डर की आपूर्ति भी शुरू कर दी गई है। दो हजार रुपये कीमत है एक जोड़ी बूट की एक जोड़ी बूट की कीमत करीब दो हजार रुपये है। 2021 में बूट निर्माण के बाद ओईएफ का प्लांट बंद था। ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में इंडक्शन मोल्ड मशीन न होने से ऑर्डर नहीं था।

2021 में जो बूट सेना को दिए गए थे, उनका वजन 1800 ग्राम था। हाई एंकल डायरेक्ट वल्केनाइज्ड सोल के बूट सैन्य जवानों को दिए जा रहे थे। कठोर और भारी होने से सेना ने इन जूतों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। निजी कंपनियों ने सेना को बूट सप्लाई करना शुरू कर दिया था। महाप्रबंधक डॉ. अनिल रंगा के आने के बाद इसे दोबारा चालू कराया गया और ऑर्डर हासिल हुआ। ओईएफ के नए प्लांट में अब 1400 ग्राम वजन के पीयू रबर सोल के हाई एंकल बूट बन रहे हैं। मजबूत, आरामदायक और हल्का होने से ऑर्डर मिल रहे हैं। खासियत एक नजर में – हाई एंकल पीयू रबर सोल के बूट होने से पहनने में बेहद आरामदायक हैं। वजन भी 400 ग्राम कम है। – मल्टीपरपज ऑल टेरेन बूट होने से पहाड़ी, ऊबड़-खाबड़ जमीन, रेत पर चलने में सहायक हैं। – लोहे के जगह पीतल और उच्च गुणवत्ता का चमड़ा इस्तेमाल होने से करंट समेत अन्य खतरों से सुरक्षा देते हैं।