ऑपरेशन सिंदूर के बाद कश्मीर में बड़े रूप में धार्मिक मेला खीर भवानी का आयोजन
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ऑपरेशन सिंदूर के बाद कश्मीर में खीर भवानी और त्रिपुर सुंदरी मेले की तैयारी शुरू. डीसी अतहर आमिर खान ने सुरक्षा, बिजली, पानी, चिकित्सा आदि पर बैठक की. मेले को सुरक्षित और सुचारू बनाने के निर्देश दिए.

तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित.
जम्मू. कुलगाम के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) अतहर आमिर खान ने मंजगाम में मेला खीर भवानी और देवसर के खानबरनी में माता त्रिपुर सुंदरी मेले की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की. यह बैठक ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़े तनाव के बीच हुई, जिसे भारत सरकार ने 7 मई 2025 को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया था. डीसी ने मेले को सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए सभी विभागों को सतर्क रहने का निर्देश दिया.
बैठक में सुरक्षा, बिजली, पानी, चिकित्सा, स्वच्छता, यातायात और आवास जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई. डीसी ने कहा कि श्रद्धालुओं को धार्मिक अनुष्ठान करने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने जल शक्ति और केपीडीसीएल विभाग को मेले के दौरान दोनों स्थानों पर बिना रुकावट पानी और बिजली उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. मुख्य चिकित्सा अधिकारी को मंजगाम और देवसर में मेडिकल कैंप लगाने के निर्देश दिए गए ताकि आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सके.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियां बढ़ गई हैं. इसलिए डीसी ने पुलिस और यातायात अधिकारियों को सख्त सुरक्षा और सुचारू यातायात योजना बनाने को कहा. कार्यकारी अधिकारियों को मेले की जगहों पर साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए. इसके अलावा, सौर लाइटें लगाने और श्रद्धालुओं के लिए जलरोधक टेंट की व्यवस्था करने को कहा गया. आरएंडबी विभाग को टेंट लगाने की जिम्मेदारी दी गई ताकि श्रद्धालु आराम से ठहर सकें.
डीसी ने सभी विभागों से आपसी समन्वय के साथ काम करने को कहा ताकि मेले का आयोजन बिना किसी परेशानी के हो. बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) विकार अहमद गिरी, सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ), तहसीलदार, जल शक्ति और आरएंडबी के इंजीनियर, डीएसपी मुख्यालय और प्रबंधन समिति के सदस्य शामिल थे.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह मेला न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक एकता का भी प्रतीक है. डीसी ने कहा कि कश्मीरी पंडितों और स्थानीय समुदाय के बीच भाईचारा बढ़ाने में यह मेला अहम भूमिका निभाता है. पर्यावरण मंत्रालय की सलाह के अनुसार, मेले में स्वच्छता और जल संरक्षण पर भी ध्यान दिया जाएगा. यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित और यादगार होगा.
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करीब 20 साल का पत्रकारिता का अनुभव है. नेटवर्क 18 से जुड़ने से पहले कई अखबारों के नेशनल ब्यूरो में काम कर चुके हैं. रेलवे, एविएशन, रोड ट्रांसपोर्ट और एग्रीकल्चर जैसी महत्वपूर्ण बीट्स पर रिपोर्टिंग की. कैंब्रिज…और पढ़ें
करीब 20 साल का पत्रकारिता का अनुभव है. नेटवर्क 18 से जुड़ने से पहले कई अखबारों के नेशनल ब्यूरो में काम कर चुके हैं. रेलवे, एविएशन, रोड ट्रांसपोर्ट और एग्रीकल्चर जैसी महत्वपूर्ण बीट्स पर रिपोर्टिंग की. कैंब्रिज… और पढ़ें
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