सेना ने परखे आईआईटी के ड्रोन और रोबोट

Kanpur News – सेना के सेंट्रल कमांड के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंदय सेन गुप्ता ने आईआईटी कानपुर का दौरा किया। उन्होंने ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और साइबर सुरक्षा पर चल रहे अनुसंधान का…

Newswrap हिन्दुस्तान, कानपुरFri, 16 May 2025 03:12 AM
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सेना ने परखे आईआईटी के ड्रोन और रोबोट

कानपुर, प्रमुख संवाददाता सेना के सेंट्रल कमांड के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंदय सेन गुप्ता ने गुरुवार को आईआईटी कानपुर का भ्रमण किया। उन्होंने सेना के अधिकारियों के साथ ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स व साइबर सुरक्षा को लेकर चल रहे रिसर्च, विकसित हो रहे उपकरण व उत्पाद का विस्तार से जायजा लिया और कसौटियों पर परखा। यात्रा ने शिक्षाविद और सेना के बीच संवाद को बढ़ावा दिया है, जिससे सेना व अकादमिक सहयोग के नए रास्ते खुले हैं। इससे राष्ट्र की सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी। अनिंदय सेन गुप्ता टीम के साथ पहुंचे। संस्थान के निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने स्वागत किया।

सेना ने प्रोफेसर और छात्रों की रिसर्च को परखा। प्रो. बी भट्टाचार्य के समूह, प्रो. शक्ति गुप्ता व आदित्य के चतुर्भुज व रोटरी प्रणालियों समेत उन्नत रोबोटिक्स के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रो. वैभव श्रीवास्तव, प्रो. जे रामकुमार, प्रो. अनंत रामकृष्ण व प्रो. अभिषेक की ओर से विकसित किए जा रहे रक्षा अनुप्रयोगों वाले मेटा मटेरियल्स को देखा। सेना ने आईआईटी के ड्रोन की खूबियां भी देखीं जिसमें टेराक्वा यूएवी, एथ्रोन एयरोस्पेस व नाइट्रोडायनामिक्स के स्वदेशी ड्रोन शामिल रहे। मणींद्र अग्रवाल ने सी3आई हब, प्रो. नितिन सक्सेना ने सेंटर फॉर डेवलपिंग इंटेलीजेंट सिस्टम्स, प्रो. अभिषेक ने हेलीकॉप्टर व वीटीओएल लैब और प्रो. सुब्रमण्यम सडरेला ने यूएवी लैब के बारे में सेना के अधिकारियों को जानकारी दी। अनिंदय ने कहा कि राष्ट्रीय रक्षा के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आईआईटी कानपुर से उभर रहे अनुसंधान और नवाचार की गहराई को देखना उत्साहजनक रहा। इस सहयोग से हमारी स्वदेशी तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करने की अपार संभावनाएं हैं। हम मिलकर काम करके वास्तविक सुरक्षा चुनौतियों का समाधान कर सकते हैं। आईआईटी में भारतीय सेना प्रकोष्ठ के नोडल फैकल्टी इंचार्ज प्रो. कांतेश बलानी, डीआरडीओ के डीआईए-सीओई के संजय टंडन, डीन रिसर्च प्रो. तरुण गुप्ता भी मौजूद रहे।