राजस्थान में मौसम का बिगुल,आंधी-बारिश के साथ, हीटवेव का कहर!

राजस्थान का मौसम एक बार फिर से करवट लेने को तैयार है। एक तरफ प्रदेश के 11 जिलों में आज यानी 14 मई को आंधी और बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है, तो दूसरी ओर 15 मई को श्रीगंगानगर और बीकानेर में भीषण लू चलने की चेतावनी दी गई है।
राजस्थान का मौसम एक बार फिर से करवट लेने को तैयार है। एक तरफ प्रदेश के 11 जिलों में आज यानी 14 मई को आंधी और बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है, तो दूसरी ओर 15 मई को श्रीगंगानगर और बीकानेर में भीषण लू चलने की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिमी और पश्चिमी राजस्थान में जहां तेज हवाएं, धूलभरी आंधी और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, वहीं उत्तर-पश्चिमी जिलों में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
आज के मौसम को लेकर आम जनमानस में खासा उत्साह और चिंता दोनों देखने को मिल रही है। जहां किसान वर्ग बारिश को राहत के रूप में देख रहा है, वहीं शहरी क्षेत्रों में लोगों को तेज हवाओं और गर्मी के थपेड़ों से जूझना पड़ रहा है। जयपुर, अजमेर, अलवर, झुंझुनूं, नागौर, चूरू, सीकर, टोंक, भरतपुर, हनुमानगढ़ और कोटा जिलों में आज दोपहर बाद तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है। हवा की रफ्तार 40 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंचने की संभावना है।
राजधानी जयपुर में सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और उमस भरी गर्मी लोगों को बेहाल कर रही है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि “अब तो मौसम भी राजनीतिक बयान की तरह हो गया है – कब क्या हो जाए, कुछ पता नहीं चलता!” कुछ इलाकों में तेज धूप और कुछ में बादलों की हलचल ने लोगों को भ्रम में डाल दिया है।
वहीं दूसरी ओर, श्रीगंगानगर और बीकानेर में 15 मई को हीटवेव का प्रभाव तीव्र रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में तापमान 47 डिग्री तक पहुंच सकता है। चिकित्सा विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक घरों में ही रहें, खूब पानी पिएं और हल्के कपड़े पहनें। गर्म हवाओं से बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है।
मौसम के इस दोहरे रुख ने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी है। आम लोग अब मौसम की हर खबर को गंभीरता से लेने लगे हैं क्योंकि यह न केवल दिनचर्या को प्रभावित कर रहा है, बल्कि स्वास्थ्य और आजीविका पर भी असर डाल रहा है। मौसम विभाग की माने तो यह परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय हवाओं की टकराहट के चलते हो रहा है।
इस बार मई का महीना राजस्थान वालों के लिए यादगार रहेगा, क्योंकि आसमान से कभी बरसात की फुहारें तो कभी आग बरस रही है।
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