भारत-पाकिस्तान में सीजफायर के बाद कैसी रहेगी शेयर बाजार की चाल? पिछले हफ्ते 1,047 अंक लुढ़का था सेंसेक्स

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Photo:FILE शेयर बाजार

भारत और पाकिस्तान ने एक दूसरे पर सैन्य कार्रवाई रोक दी है। दोनों देशों ने सीजफायर का ऐलान किया है। शनिवार को भारत की ओर से इसकी आधिकारिक घोषणा की गई कि पाकिस्तान के अनुरोध पर भारत ने यह कदम उठाया है। हालांकि, सीजफायर से पहले भारत ने पाकिस्तान पर बड़ा हमला करते हुए कई आतंकवादी कैम्प को खत्म करने के साथ सैंकड़ों आतंकवादी को मार गिराया। इतना ही नहीं, भारत ने पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों और रनवे को भी तबाह कर दिया है। अब इस बड़े घटनाक्रम पर भारतीय शेयर बाजार भी अगले हफ्ते रिएक्ट करेगा। शेयर बाजार एक्सपर्ट का कहना है कि भारत-पाकिस्तान में सीजफायर के अलावा आर्थिक आंकड़ों, चौथी तिमाही के रिजल्ट, विदेशी निवेशकों के रुख और वैश्विक रुझानों से भी निवेशकों की भावनाएं प्रभावित होंगी।

बाजार में अच्छी तेजी की उम्मीद

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (रिसर्च) प्रशांत तापसे ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में कमी आने से निवेशकों पर बना दबाव घटा है, जिसे वित्तीय बाजारों ने एक सकारात्मक संकेत के रूप में लिया है। उन्होंने बताया कि ऐतिहासिक रूप से देखा गया है कि जब भी इस तरह के भू-राजनीतिक तनाव कम होते हैं, बाजारों में मजबूती और तेजी देखने को मिलती है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब सभी की निगाहें विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) पर होंगी, जिन्होंने पिछले दो सप्ताह तक लगातार शुद्ध खरीदारी करने के बाद शुक्रवार को बिकवाली की थी।

ये फैक्टर भी बाजार पर डालेंगे असर 

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ शोध उपाध्यक्ष अजित मिश्रा ने कहा कि यह सप्ताह कई अहम घरेलू कारकों के चलते बेहद महत्वपूर्ण रहेगा। उन्होंने बताया कि निवेशकों की नजर पाकिस्तान के साथ जारी तनाव समेत विभिन्न भू-राजनीतिक घटनाओं पर बनी रहेगी। साथ ही, आर्थिक मोर्चे पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI), थोक मूल्य सूचकांक (WPI) और विदेशी व्यापार से जुड़े अहम आंकड़े भी निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होंगे। मिश्रा ने आगे कहा कि इस सप्ताह टाटा स्टील, भारती एयरटेल, गेल, हीरो मोटोकॉर्प, टाटा मोटर्स, ल्यूपिन और बीएचईएल जैसी प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजे आने वाले हैं, जो बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं।

विदेशी निवेशकों का भरोसा बना हुआ 

देश के शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का भरोसा बरकरार है और उन्होंने मई महीने में अब तक 14,167 करोड़ रुपये का निवेश किया है। जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अप्रैल में मजबूत विदेशी संस्थागत निवेश (एफआईआई) और रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह ने निवेशकों के भरोसे को मजबूती दी है, जो देश की आर्थिक स्थिरता का संकेत है। हालांकि, पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 1,047.52 अंक (1.30%) और एनएसई निफ्टी 338.7 अंक (1.39%) गिरकर बंद हुए।

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