Yoga: भारत की प्राचीन धरोहर से वैश्विक क्रांति तक, कैसे योग ने लाखों लोगों के जीवन को बदला?

Yoga News: भारत की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर ‘योग’ आज वैश्विक उत्सव बन चुका है, जो दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध कर रहा है. इसकी शुरुआत हजारों साल पहले वेदों और उपनिषदों से हुई, जब ऋषि-मुनियों ने ध्यान और आत्म-जागरूकता के माध्यम से जीवन का संतुलन सिखाया. आज योग न केवल भारत बल्कि विश्व के हर कोने में स्वास्थ्य और शांति का प्रतीक बन गया है.

भारत में जब योग की बात होती है तो सबसे पहले एक नाम याद आता है, योग गुरु के नाम से मशहूर बाबा रामदवे का. भारत में योग को लेकर बाबा रामदेव की भूमिका उल्लेखनीय है. उन्होंने साल 1995 में दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट और साल 2006 में पतंजलि योगपीठ की स्थापना की, जिससे योग और आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाया. उनके टीवी कार्यक्रमों और देश-विदेश में आयोजित विशाल योग शिविरों ने लाखों लोगों को प्राणायाम और आसन सिखाए.

योग ने वैश्विक मंच पर भी बनाई अपनी पहचान 

रामदेव ने योग पर जोर देते हुए भस्त्रिका, कपालभाति और अनुलोम-विलोम जैसे अभ्यासों को लोकप्रिय बनाया, जो सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं जैसे तनाव और मधुमेह में प्रभावी हैं. साल 2015 में उन्होंने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 5200 लोगों के साथ योग दिवस की रिहर्सल की और साल 2017 में अहमदाबाद में 3 लाख लोगों के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया. बाबा रामदेव की पहल से योग ने वैश्विक मंच पर भी अपनी पहचान बनाई.


Yoga: भारत की प्राचीन धरोहर से वैश्विक क्रांति तक, कैसे योग ने लाखों लोगों के जीवन को बदला?

पतंजलि और भारत सरकार के कोशिशों, विशेष रूप से साल 2014 में संयुक्त राष्ट्र की ओर से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किए जाने के बाद योग ने वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल ने इसे एक जन आंदोलन में बदल दिया, जिसके परिणामस्वरूप दुनिया भर में योग शिविर, कार्यशालाएं और ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित होने लगीं. अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीकी देशों में योग स्टूडियो और प्रशिक्षण केंद्रों की संख्या तेजी से बढ़ी है.

WHO ने भी योग को बताया प्रभावी

योग की लोकप्रियता का कारण इसकी समग्र दृष्टिकोण है. यह न केवल शारीरिक व्यायाम बल्कि मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन प्रदान करता है. आसन, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से लोग तनाव, चिंता और पुरानी बीमारियों से राहत पा रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी योग को मानसिक स्वास्थ्य और जीवनशैली से संबंधित बीमारियों के प्रबंधन के लिए प्रभावी बताया है. खासकर कोविड-19 महामारी के दौरान, ऑनलाइन योग सत्रों ने लोगों को घर पर ही शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद की.

योग के तीर्थस्थल बन गए ऋषिकेश और गोवा

आज, योग ने सांस्कृतिक और भौगोलिक सीमाओं को पार कर लिया है. हॉलीवुड सितारों से लेकर कॉरपोरेट कर्मचारियों तक, हर कोई योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहा है. भारत में अय्यर, बिहार स्कूल ऑफ योग और पतंजलि जैसे संस्थानों ने योग को आधुनिक स्वरूप में प्रस्तुत किया, जिससे यह युवाओं के बीच भी लोकप्रिय हुआ. साथ ही योग पर्यटन ने भारत को वैश्विक आकर्षण का केंद्र बनाया, जहां ऋषिकेश और गोवा जैसे स्थान योग सीखने वालों के लिए तीर्थस्थल बन गए हैं.

यह भी पढ़ें-

पतंजलि की R&D लैब्स: कैसे सुनिश्चित होती है आयुर्वेदिक उत्पादों की सुरक्षा और प्रभावशीलता?

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator