‘सुदर्शन’ और ‘आकाश’ तो झांकी है, SPYDER और Barak 8 अभी बाकी है!

नई दिल्ली. पाकिस्तान ने भारत के साथ युद्ध छेड़कर खुद ही अपनी मौत को दावत दे दी है. भारत न केवल हमला करने में सक्षम है बल्कि भारतीय सेना के पास सीमाओं की सुरक्षा के लिए भी अत्याधुनिक हथियार हैं. हाल के वर्षों में भारत ने अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूती से बढ़ाया है, और इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. खासतौर पर भारत के पास जो एयर डिफेंस सिस्टम हैं, वे न केवल भारत की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं, बल्कि किसी भी बाहरी आक्रमण के खिलाफ पूरी तरह तैयार हैं.

भारत ने अपनी हवाई सुरक्षा को मजबूत करने के लिए रूस से S-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम खरीदी थी, जिसे अब ‘सुदर्शन चक्र’ के नाम से जाना जाता है. यह सिस्टम न केवल दुश्मन के विमानों को 380 किलोमीटर तक ट्रैक करने और नष्ट करने की क्षमता रखता है, बल्कि इसकी रडार प्रणाली इतनी उन्नत है कि यह स्टेल्थ फाइटर्स को भी पहचान सकता है. इसमें विभिन्न प्रकार की रडार फ्रीक्वेंसी और तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जिससे यह F-35 जैसे अत्याधुनिक अमेरिकी विमानों को भी ट्रैक करने में सक्षम होता है. इस सिस्टम को भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित ‘इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम’ (IACCS) का हिस्सा बना दिया गया है, जो भारत की हवाई सुरक्षा को एक नई ताकत प्रदान करता है.

भारत के पास सिर्फ S-400 नहीं है, बल्कि घरेलू उत्पादन में भी भारत ने अपनी स्थिति को मजबूत किया है. ‘आकाश’ मिसाइल प्रणाली, जो DRDO द्वारा विकसित की गई है, उसकी रेंज 25 किलोमीटर तक है. यह मिसाइल प्रणाली भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना द्वारा इस्तेमाल की जाती है. यह मिसाइल एक साथ कई तरह के खतरों से निपट सकती है, चाहे वह ड्रोन हो, फाइटर जेट्स हों, क्रूज मिसाइल्स हों या हेलीकॉप्टर से दागी गई मिसाइल्स हों. यह मिसाइल प्रणाली भारत की सैन्य ताकत को और भी प्रभावी बनाती है, क्योंकि यह जमीन से लेकर आकाश तक के सभी खतरों से निपटने में सक्षम है.

बाराक-8
इसके अलावा, ‘बाराक-8’ सिस्टम भी एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है, जिसे भारत और इज़राइल के संयुक्त प्रयास से विकसित किया गया है. यह MRSAM (मीडियम रेंज सर्फेस-टू-एयर मिसाइल) सिस्टम 70 किलोमीटर तक के लक्ष्यों को नष्ट करने में सक्षम है. हाल ही में भारतीय सेना ने इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया, जिससे यह साबित हो गया कि भारत के पास उच्चतम स्तर की एयर डिफेंस तकनीक उपलब्ध है.

स्पाईडर
साथ ही, इजराइल द्वारा निर्मित ‘स्पाईडर’ मिसाइल सिस्टम भी भारत की ताकत को बढ़ाता है. इसकी रेंज 15 किलोमीटर तक है, और यह त्वरित प्रतिक्रिया देने वाली मिसाइलों का एक सेट है. ‘स्पाईडर’ प्रणाली में दो प्रकार की मिसाइलें — ‘पाइथन’ और ‘डर्बी’ — शामिल हैं, जो एक्टिव ऑनबोर्ड रडार से लैस होती हैं. इन मिसाइलों की स्मोकलेस प्रोपल्शन प्रणाली इसे दुश्मन के लिए कठिन बना देती है, क्योंकि इससे मिसाइल की पहचान करना या उसकी लॉन्चिंग लोकेशन का पता लगाना और भी मुश्किल हो जाता है.

इन सभी प्रणालियों के होने से भारत किसी भी आपात स्थिति में अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकता है. पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच, ये मिसाइल प्रणालियाँ भारतीय वायु सेना और भारतीय सेना को वह क्षमता प्रदान करती हैं, जिसकी आवश्यकता युद्ध जैसी स्थिति में होती है. भारत की ये उन्नत रक्षा प्रणालियां यह साबित करती हैं कि देश अपनी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सजग और तैयार है, और किसी भी बाहरी खतरे का मुकाबला करने में सक्षम है.

आजकल की जटिल युद्ध परिस्थितियों में, इन अत्याधुनिक रक्षा प्रणालियों का महत्व और बढ़ जाता है. जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है, तो भारतीय सेना की यह ताकत हर भारतीय के दिल में विश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा करती है.

Credits To Live Hindustan

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