जाति जनगणना से पहले कांग्रेस का आरक्षण वाला दांव, आपके भविष्य से जुड़ी है मांग

बेंगलुरु: जाति जनगणना पर देश की सियासत फिर गर्म है. कर्नाटक के हुबली से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अब आरक्षण पर सीधा दांव खेला है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 68 प्रतिशत की जाए. साथ ही, जातिगत जनगणना को लेकर भी तीन महीने की डेडलाइन तय कर दी है. खरगे के मुताबिक, जब तमिलनाडु में 68 प्रतिशत आरक्षण संभव है, तो देशभर में क्यों नहीं? उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मंशा ही जातिगत जनगणना को लेकर संदेहास्पद है. अगर सरकार को वाकई में यह करना होता, तो 2021 की जनगणना समय पर होती. तब तक देश को मालूम हो जाता कि किन वर्गों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति क्या है.

यह साफ है कि कांग्रेस अब आरक्षण को लेकर बीजेपी को घेरने के मूड में है. और यह मुद्दा महज आंकड़ों का नहीं, देश के करोड़ों युवाओं के भविष्य से जुड़ा है. जब जाति जनगणना होगी, तब देखेंगे. लेकिन अभी कांग्रेस आरक्षण के मोर्चे पर पूरी तैयारी से उतर चुकी है.

दबाव में सरकार ने बात मानी: खरगे

कांग्रेस का यह कार्यक्रम ‘संविधान बचाओ, देश बचाओ’ के नारे के साथ आयोजित हुआ था. मंच से खरगे ने कहा कि बीजेपी जाति जनगणना को लेकर कभी गंभीर नहीं थी. लेकिन कांग्रेस के दबाव के बाद अब उन्होंने इसे करने की बात मानी है. हालांकि, खरगे को भरोसा नहीं कि सरकार इसे ईमानदारी से पूरी करेगी. उन्होंने साफ कहा, ‘तीन महीने में काम पूरा करो, नहीं तो हम मानेंगे ही नहीं कि आप सच्चे मन से यह कर रहे हैं.’

पहलगाम पर फिर पूछे सवाल

आरक्षण और जनगणना से जुड़ी इस मांग के साथ ही खरगे ने पहलगाम हमले का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की. उनका सवाल था कि 26 निर्दोषों की हत्या के लिए जिम्मेदार कौन है? क्या खुफिया एजेंसियों से चूक हुई? क्या सीमा सुरक्षा बल लापरवाह था या स्थानीय पुलिस?

खरगे ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बयान पर भी तीखा हमला बोला. गोयल ने कहा था कि जब तक देश के 140 करोड़ लोग देशभक्ति को धर्म नहीं मानेंगे, तब तक ऐसे हमले होते रहेंगे. इस पर खरगे ने पूछा,

‘क्या आप कहना चाहते हैं कि 140 करोड़ लोग देशभक्त नहीं हैं? क्या सिर्फ बीजेपी ही देशभक्त है?’

खरगे ने याद दिलाया कि आजादी की लड़ाई में कांग्रेस नेताओं ने जेल झेली. जान दी. और आज उन्हीं को देशभक्ति का सर्टिफिकेट नहीं मिल रहा.

Credits To Live Hindustan

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *