अटारी बॉर्डर पर आया बुजुर्ग, तभी हुआ कुछ ऐसा…पाकिस्तान में मच गई चीख-पुकार

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Pakistan News: पहलगाम अटैक के बाद भारत में रह रहे पाकिस्तानियों को वापस भेजा जा रहा है. डिपोर्टेशन के दौरान 70 वर्षीय पाकिस्तानी नागरिक अब्दुल वाहिद की हार्ट अटैक से मौत हो गई.

अटारी बॉर्डर पर आया बुजुर्ग, तभी हुआ कुछ ऐसा...पाकिस्तान में मच गई चीख-पुकार

डिपोर्टेशन से पहले एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई. (सांकेतिक तस्वीर)

हाइलाइट्स

  • डिपोर्टेशन के दौरान पाकिस्तानी नागरिक की हार्ट अटैक से मौत.
  • 70 वर्षीय अब्दुल वाहिद की अटारी बॉर्डर पर मौत.
  • पहलगाम अटैक के बाद पाकिस्तानियों को वापस भेजा जा रहा है.

अमृतसर: पहलगाम अटैक के बाद भारत में रहने वाले पाकिस्तानियों को उनके देश भेजा जा रहा है. इस बीच डिपोर्ट किए जाने से पहले ही एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा पड़ने से एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई. उस पाकिस्तानी शख्स का नाम है अब्दुल वाहिद. उसकी उम्र करीब 70 साल थी. उसे वापस उसके देश भेजा जाना था.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अब्दुल वहीद को जम्मू-कश्मीर पुलिस श्रीनगर से पाकिस्तान वापस भेजने के लिए यहां लाई थी. उन्होंने बताया कि वह पिछले 17 साल से भारत में रह रहा था और पुलिस ने उसके पास से एक्सपायर वीजा बरामद किया था. अटारी-वाघा बॉर्डर पर बुधवार को डिपोर्टेशन प्रक्रिया के दौरान अब्दुल वाहिद की मौत हो गई.

कैसे हुई मौत
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, पाकिस्तानी नागरिक अब्दुल वाहिद लकवे से पीड़ित थे. अटारी में इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट गेट के बाहर खड़ी बस में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उनका निधन हो गया. उनका शव अमृतसर के सिविल अस्पताल ले जाया गया. अब्दुल वाहिद 60 से 70 कथित पाकिस्तानी नागरिकों के एक समूह का हिस्सा थे. उन्हें पुलिस जम्मू से अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान निर्वासित करने के लिए लाई थी.

कितने नागरिक आए-गए
इस बीच अटारी सीमा पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) के जरिए कुल 224 भारतीय नागरिक और पाकिस्तानी नागरिक भारत आए. ये सभी नो ऑब्लिगेशन टू रिटर्न टू इंडिया (एनओआरआई) वीजा पर थे. वहीं 139 पाकिस्तानी नागरिक दूसरी तरफ गए. पाकिस्तानी पासपोर्ट धारक 35 वर्षीय मोनिका रजानी एनओआरआई और लॉन्ग टर्म वीजा (एलटीवी) पर अपनी पांच साल की भारत में जन्मी बेटी सायमरा के साथ भारत आई हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं इस डर से घबराहट में पाकिस्तान से भारत आई हूं कि आईसीपी कभी भी बंद हो सकता है. मैं एक हिंदू परिवार से हूं और लगभग नौ साल पहले विजयवाड़ा में एक हिंदू व्यक्ति से शादी की थी. मेरे ससुराल वाले और विजयवाड़ा से मेरे पति यहां मेरा स्वागत करने के लिए इंतजार कर रहे थे.’

पहलगाम अटैक के बाद एक्शन
25 अप्रैल 2025 को जारी नोटिस के अनुसार, गृह मंत्रालय ने निर्देश दिया था कि अवैध रूप से रह रहे सभी विदेशी नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ देना चाहिए. पिछले हफ्ते पहलगाम में आतंकी हमला हुआ. उस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई. पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने, इस्लामाबाद के साथ राजनयिक संबंधों को कम करने और शॉर्ट टर्म वीजा पर सभी पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने या कार्रवाई का सामना करने सहित कई उपायों की घोषणा की.

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