दिल्ली में मई की शुरुआत तेज हवाओं और रिमझिम फुहारों संग संभव, कितना गिरेगा पारा

राजधानी दिल्ली में भले ही अप्रैल का महीना सामान्य से गर्म रहा हो, लेकिन मई की शुरुआत नरम मौसम के साथ होती दिख रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि एक और दो मई को दिल्ली में अलग-अलग हिस्सों में तेज हवा के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
राजधानी दिल्ली में भले ही अप्रैल का महीना सामान्य से गर्म रहा हो, लेकिन मई की शुरुआत नरम मौसम के साथ होती दिख रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि एक और दो मई को दिल्ली में अलग-अलग हिस्सों में तेज हवा के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में सोमवार सुबह से ही तेज धूप निकली। दिन चढ़ने के साथ ही धूप और तेज हो गई, लेकिन बीच-बीच में हल्के बादलों की आवाजाही बनी रही। हवा में नमी की मात्रा में भी इजाफा हुआ है। इसके चलते एक दिन पहले की तुलना में मौसम कम तपिश भरा रहा।
दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 1.4 डिग्री ज्यादा है। न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री रहा, जो सामान्य से 0.6 डिग्री कम है। आर्द्रता का स्तर 59 से 26 फीसदी तक रहा। रविवार को सफदरजंग में आर्द्रता का स्तर 42 से 17 फीसदी तक रहा था। इससे सोमवार को नमी में हुई हल्की बढ़ोतरी को समझा जा सकता है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार को हल्के बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। हवा की गति 10 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रहने के आसार हैं। बुधवार के बाद मौसम में खासा बदलाव देखने को मिल सकता है। इससे अधिकतम तापमान में दो डिग्री तक की गिरावट आने के आसार हैं।
वहीं, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली का औसत एक्सूआई 266 अंक पर रहा। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है।
तीन साल में सबसे गर्म रहा अप्रैल
दिल्ली में तीन साल बाद इस बार अप्रैल महीना सबसे गर्म और प्रदूषित रहा। इसकी वजह सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी और प्रदूषण है।
दिल्ली में आमतौर पर अप्रैल में मौसम में थोड़ी नमी होती है। महीना बीतने के साथ झुलसाने वाली गर्मी शुरू हो जाती हैं, लेकिन इस बार अप्रैल के शुरुआत से ही लोग तेज गर्मी का सामना कर रहे हैं। महीना बीतने को है और ज्यादातर दिनों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, अप्रैल में औसत अधिकतम तापमान सामान्य तौर पर 36.5 डिग्री सेल्सियस रहना चाहिए। इस बार अब तक के 28 दिनों में यह 39.1 डिग्री है।
प्रदूषण के आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां भी कुछ ऐसी ही तस्वीर दिखाई पड़ती है। इस बार अप्रैल के 28 दिनों में से 19 दिन ऐसे रहे हैं, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से ऊपर यानी खराब श्रेणी में रही। वर्ष 2022 में इससे ज्यादा प्रदूषित हवा वाले दिन रहे थे।
इस साल सामान्य से 95 फीसदी बारिश कम हुई
दिल्ली में सामान्य से ज्यादा गर्मी और प्रदूषण के कारण सक्रिय पश्चिमी विक्षोभों और उनकी वजह से होने वाली बारिश की कमी है। हाल के वर्षों में सबसे ज्यादा प्रदूषित और गर्म अप्रैल माह 2022 में देखने को मिला था। उस साल अप्रैल के महीने में बारिश 0.3 मिलीमीटर हुई थी, जबकि इस बार भी बारिश 0.7 मिलीमीटर हुई है, जो कि सामान्य से 95 फीसदी कम है।
बिजली की मांग ने रिकॉर्ड तोड़ा
वहीं, दिल्ली में चढ़ते पारे के साथ बिजली की मांग बढ़ती जा रही है। दिल्ली में सोमवार को अधिकतम मांग 6015 मेगावाट तक पहुंची गई। अप्रैल माह में बिजली की मांग छह हजार मेगावाट की मांग तीन साल में पहली बार पहुंची है। हालांकि बिजली आपूर्ति कंपनियों का दावा है कि रिकॉर्ड मांग के बावजूद कुछ इलाकों को छोड़कर कहीं भी बिजली कटौती नहीं हुई।
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