कराची, लाहौर, रावलपिंडी, इस्लामाबाद…इधर बटन दबा और उधर मिनटों में सब तबाह
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India-Pakistan Tension: पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 निर्दोष पर्यटकों की प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारकर हत्या करने की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. भारत ने हमलावरों और उनके आकाओं के खिलाफ सख्त र…और पढ़ें

भारत की अग्नि-5 और ब्रह्मोस मिसाइलें रेंज और विनाश करने की क्षमता के मामले में विश्वस्तरीय हैं.
हाइलाइट्स
- पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत के गुस्से से डरा पाकिस्तान
- अग्नि-5 और ब्रह्मोस मिसाइलें दुश्मन को तबाह करने में पूरी तरह सक्षम
- भारत के पास S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम, इसलिए दुश्मन परेशान
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में विकास कार्यों के परवान चढ़ने से हालात 90 के दशक से काफी बदल चुके हैं. अब धरती स्वर्ग कहा जाने वाला कश्मीर भारत के अन्य हिस्सों से ट्रेन से भी जुड़ चुका है. हाल के दिनों में कश्मीर घाटी में पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई. इससे घाटी के लोगों की आमदनी बढ़ी और उनके जीवनस्तर में भी बदलाव आया. जम्मू-कश्मीर में यह अमन और शांति दुश्मन देश पाकिस्तान रास नहीं आ रहा था. वह हर कीमत पर माहौल को बिगाड़ने में जुटा था. इसी नीयत से पाकिस्तान सरकार आर्मी की सरपरस्ती में आतंकवादियों ने पहलगाम में आतंकी हमले को अंजाम दिया. पहलगाम की बैसरन घाटी में प्रकृति की खूबसूरती का आनंद ले रहे निहत्थे और निर्दोष पर्यटकों पर आतंकवादी कहर बनकर टूटे. पाकिस्तान में ट्रेनिंग लेकर कश्मीर घाटी पहुंचे आतंकवादियों ने एक के बाद एक 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी. इससे पूरे देश् में गम और गुस्से का आलम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ तौर पर कहा कि आतंकवादियों और उन्हें पनाह देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. इसके बाद से ही पाकिस्तान में खलबली मची हुई है. उसे बालाकोट से भी ज्यादा गंभीर परिणाम का अंदेशा सताने लगा है. पाकिस्तान का यह डर बेवजह भी नहीं है. भारत के पास ऐसी अचूक मिसाइलें हैं, जो पलक झपकते ही लाहौर से लेकर कराची, इस्मालाबाद और रावलपिंडी जैसे शहरों को मलबे के ढेर में बदलने में सक्षम हैं. यही वजह है कि भारत के तेवर से पाकिस्तान थर-थर कांप रहा है.
भारत ने अग्निल बैलिस्टिक मिसाइल और ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का कई सीरीज में सफल परीक्षण कर चुका है. इन मिसाइलों की जद में तकरीबन पूरा पाकिस्तान है. अग्नि मिसाइल को तो इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का दर्जा हासिल है. वहीं, भारत और रूस का ज्वाइंट क्रूज मिसाइल वेंचर ब्रह्मोस की ताकत दुनिया जान चुकी है. ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल कई देशों को निर्यात भी किया जा चुका है. पहलगाम में कायराना हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है. भारत इस हमले का जवाब देने का ऐलान कर चुका है. भारत की डिफेंस पावर को देखकर पाकिस्तान घबराया हुआ है. पड़ोसी देश के डिफेंस मिनिस्टर ने तो बातचीत के जरिये इस मामले का समाधान निकालने तक की बात कही है. फिलहाल भारत ने डिप्लोमेटिक तरीके से अटैक किया है, लेकिन जरूरत पड़ने पर भारत वो बटन भी दबाने की क्षमता रखता है, जिससे पूरा पाकिस्तान श्मशान में तब्दील हो जाएगा.
भारत से पाकिस्तान के प्रमुख शहरों की दूरी
- अमृतसर से लाहौर 55 किलोमीटर
- पठानकोट से लाहौर की दूरी 148 किलोमीटर
- अमृतसर से इस्लामाबाद 287 किलोमीटर
- पठानकोट से इस्लामाबाद की दूरी 291 किलोमीटर
- अमृतसर से रावलपिंडी 276 किलोमीटर
- पठानकोट से रावलपिंडी 285 किलोमीटर
- भुज से कराची की दूरी 325 किलोमीटर

अग्नि-5 मिसाल की खासियत.
अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल
भारत अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल की कई सीरीज में सफल परीक्षण कर चुका है. रेंज, स्पीड और विनाशक क्षमता के आधार पर अग्नि-5 मिसाइल को ICBM का दर्जा हासिल है. अग्नि-5 मिसाइल 5500 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तक के टारगेट को तबाह करने में सक्षम है. यह न्यूक्लियर वॉरहेड यानी परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है. अग्नि-5 मिसाइल एशिया के साथ ही यूरोप और अफ्रीका महादेश के कुछ हिस्सों तक में स्थित टारगेट को ध्वस्त कर सकती है. इसकी स्पीड अद्भुत और अकल्पनीय है. अग्नि-5 मिसाइल मैक 24 यानी ध्वनि की गति से भी 24 गुना तेज रफ्तार से ट्रैवल करने में कैपेबल है. पाकिस्तान जब तक कुछ करने की सोचेगा, अग्नि-5 तब तक उसे तबाही का मंजर दिखा देगी.
ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल
ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल भारत और रूस का ज्वाइंट वेंचर है. इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि दुश्मन का खात्मा करने तक उसका पीछा नहीं छोड़ती है. ब्रह्मोस मिसाइल की शुरुआती रेंज 290 किलोमीटर की है, पर इसे 500 किलोमीटर तक बढ़ाया जा सकता है. कुछ रिपोर्ट की मानें तो ब्रह्मोस मिसाइल 800 किलोमीटर तक के टारगेट को तबाह करने में सक्षम है. भारत ने कई देशों को ये मिसाइलें एक्सपोर्ट भी की हैं. इसे इंडियन आर्मी और एयरफोर्स के लिए खासतौर पर डेवलप किया गया है. भारत ब्रह्मोस मिसाइल के हाइपरसोनिक वर्जन को डेवलप करने में जुटा है, जिसका रेंज 1500 किलोमीटर तक का होगा. इसकी मैक-8 (ध्वनि की रफ्तार से 8 गुना तेज) की स्पीड से ट्रैवल करेगा.
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Credits To Live Hindustan