ये कोई आम पेड़ा नहीं, सिहोर का राधे पेड़ा है जनाब, देशभर में मचा रहा धमाल!
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Bhavnagar Famous Peda: भावनगर के सिहोर में राधे पेड़ा बहुत प्रसिद्ध हैं. 45 साल पहले घर पर शुरू हुए पेड़े अब सिहोर में तीन ब्रांच और सूरत में एक ब्रांच के साथ पूरे देश में बेचे जाते हैं.

भावनगर: 45 साल पुरानी राधे पेड़ा दुकान, 13 प्रकार के पेड़े
हाइलाइट्स
- राधे पेड़ा की शुरुआत 45 साल पहले हुई थी.
- सिहोर में राधे पेड़ा की तीन ब्रांच हैं.
- राधे पेड़ा की कीमत 350 से 650 रुपये प्रति किलो है.
भावनगर: हर जिले में अलग-अलग चीजें मशहूर होती हैं. भावनगर जिले के सिहोर के राधे पेड़ा बहुत ही प्रसिद्ध हैं. यहां के थाबड़ी पेड़ा, केसर पेड़ा, कणीदार पेड़ा समेत अलग-अलग 13 प्रकार के पेड़े स्पेशल दूध के मावे से तैयार किए जाते हैं. लोकल 18 से बात करते हुए राधे पेड़ा के मालिक ने बताया कि 45 साल पहले हम सिर्फ घर पर ही पेड़े बनाते थे. तब हमारी कोई दुकान या ब्रांच नहीं थी. लेकिन धीरे-धीरे लोगों को स्वाद पसंद आने लगा और अब सिहोर में अलग-अलग तीन जगहों पर हमारी ब्रांच है.
बता दें कि राधे पेड़ा में अमूल दूध से स्पेशल मावा तैयार किया जाता है. इस स्पेशल मावे से पेड़े के साथ-साथ अन्य मिठाइयां भी बनाई जाती हैं. अब पेड़े की बिक्री पूरे देश में की जा रही है. यहां से रोजाना 150 किलो पेड़े की बिक्री हो जाती है. एक किलो पेड़े का दाम 350 रुपये से लेकर 650 रुपये तक होता है.
राधे पेड़ा में 13 प्रकार के पेड़े तैयार होते हैं
लोकल 18 से बात करते हुए राधे पेड़ा के मालिक उमेशभाई मकवाना ने बताया, “सिहोर में राधे पेड़ा बहुत ही पुराने और प्रसिद्ध हैं. राधे पेड़ा की शुरुआत लगभग 45 साल पहले की गई थी. पहले हमारे पास कोई दुकान नहीं थी. हम पेड़े बनाकर भावनगर और आसपास के गांवों में भेजते थे. बाद में हमने अपनी एक दुकान की शुरुआत की. अब सिहोर में राधे पेड़ा की अलग-अलग तीन जगहों पर दुकानें हैं. इसके अलावा सूरत शहर में भी हमारी एक ब्रांच है.”
उमेशभाई मकवाना ने आगे बताया, “भावनगर ही नहीं बल्कि पूरे देश में भी यहां के पेड़े बहुत ही मशहूर हैं. यहां तैयार होने वाले पेड़े ऑनलाइन ऑर्डर के माध्यम से पूरे देश में भेजे जा रहे हैं. यहां अलग-अलग प्रकार के पेड़े तैयार किए जाते हैं जिनमें केसर पेड़ा, थाबड़ी पेड़ा, सफेद दाणेदार पेड़ा जैसी अलग-अलग वैरायटीज तैयार की जाती हैं. हर वैरायटी के 30 किलो पेड़े तैयार किए जाते हैं. रोजाना 150 किलो पेड़े की बिक्री होती है.”
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एक किलो के पेड़े का दाम 350 रुपये से 650 रुपये तक
उन्होंने आगे बताया, “अमूल दूध का उपयोग करके मावा तैयार किया जाता है और उससे अलग-अलग 13 प्रकार के पेड़े बनाए जाते हैं. पेड़े के अलावा अलग-अलग बंगाली मिठाइयां भी तैयार की जाती हैं. एक किलो के पेड़े का दाम 350 रुपये से 650 रुपये तक होता है.”
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