NEET में चौथी रैंक, कोचिंग नहीं, खुद की लगन ने पहुंचाया AIIMS की दहलीज़ तक

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NEET Success Story: ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि किसी की कही गई बातों से इंसान मोटिवेट हुआ हो. लेकिन एक ऐसे लड़के के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को अपना प्रेरणा म…और पढ़ें

NEET में चौथी रैंक, कोचिंग नहीं, खुद की लगन ने पहुंचाया AIIMS की दहलीज़ तक

NEET Success Story: नीट यूजी की परीक्षा में चौथी रैंक हासिल की हैं. Vineet Sharma 4th Rank NEET Exam

हाइलाइट्स

  • NEET में चौथी रैंक हासिल की.
  • उन्होंने बिना कोचिंग के 715 अंक प्राप्त किए.
  • AIIMS में दाखिला लेकर MBBS की पढ़ाई पूरी की.

NEET Success Story: कभी-कभी इंसान को कोई बातें इतना मोटिवेट कर देती है कि इंसान उसे अपनाने की कोशिश करता है. ऐसे ही एक लड़के को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की कही गई बातें सपने पूरे होंगे लेकिन आप सपने देखना शुरू तो करें, इतना घर कर गया कि उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए नीट यूजी में चौथी रैंक हासिल की. इसके साथ ही वह नीट की परीक्षा में 720 में से 715 अंक प्राप्त किए हैं. हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम विनीत शर्मा (Vineet Sharma) है.

नीट में हासिल की चौथी रैंक
नीट यूजी की परीक्षा में चौथी रैंक हासिल करने वाले विनीत शर्मा राजस्थान के छोटे से शहर दौसा के रहने वाले हैं. उन्होंने नीट यूजी 2020 की परीक्षा में 715 अंक प्राप्त कर पूरे देश में चौथा स्थान हासिल किया है. यह स्कोर NEET की परीक्षा में दूसरा सर्वोच्च स्कोर है, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कोटा या जयपुर जैसे बड़े कोचिंग शहरों का रुख नहीं किया. अपने ही शहर दौसा में रहकर स्कूल और ट्यूशन शिक्षकों की मदद से उन्होंने तैयारी की.

रोजाना करते थे 7 से 8 घंटे पढ़ाई
विनीत शर्मा ने रोज़ाना 7 से 8 घंटे नियमित रूप से पढ़ाई की. पढ़ाई के दौरान उन्होंने इंटरनेट का भी समझदारी से इस्तेमाल किया, लेकिन सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाए रखी. उनका मानना है कि NEET की परीक्षा पूरी तरह से NCERT पर आधारित है, जो हर छात्र के लिए एक जैसा होता है. ज़्यादातर टेस्ट सीरीज और स्टडी मटेरियल ऑनलाइन उपलब्ध हैं. अच्छा इंटरनेट, परिवार का समर्थन और आत्म-निर्णय है, तो आप कहीं से भी सफलता पा सकते हैं.

टॉप मेडिकल कॉलेज से कर रहे हैं MBBS
शर्मा को अपने 715 अंकों पर खुद भी यकीन नहीं हो रहा था. वह टेस्ट सीरीज़ में अधिकतम 710 अंक ही पाए थे, इसलिए जब वह असली स्कोर 715 देखा, तो यह उनके लिए सपने जैसा था. उन्होंने नीट यूजी की परीक्षा को पास करके AIIMS में दाखिला लिया और यहीं से MBBS की पढ़ाई पूरी की है. उन्हें न्यूरोलॉजी बेहद दिलचस्प लगता है और वे इसमें रिसर्च करना चाहते हैं ताकि जटिल बीमारियों का सरल और किफायती इलाज ढूंढा जा सके.

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