भारतीय कंपनी पर नहीं किया हमला, यूक्रेन की मिसाइल ही गिर गई होगी, रूस का बयान
Last Updated:
Kusum Healthcare Ukraine News: रूसी दूतावास ने एक बयान में कहा कि कीव में कुसुम हेल्थकेयर फार्मेसी वेयरहाउस पर रूसी आर्मी ने हमला नहीं किया. रूस के मुताबिक, यूक्रेन की ही डिफेंस मिसाइल वहां गिर गई होगी.

यूक्रेन में भारतीय फार्मा कंपनी के वेयरहाउस पर हुआ था हमला. (File Pic)
हाइलाइट्स
- यूक्रेन में भारतीय फार्मा कंपनी के वेयरहाउस पर हमले पर रूस का बयान.
- रूसी दूतावास ने साफ इनकार किया, कहा- ऐसी कोई योजना ही नहीं थी.
- यूक्रेन के एयर डिफेंस में लगी कोई मिसाइल ही वहां गिरी होगी: रूसी दूतावास.
नई दिल्ली: कीव स्थित कुसुम हेल्थकेयर के फार्मेसी वेयरहाउस पर हमला किसने किया? भारत में रूसी दूतावास ने यूक्रेनी आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है. 12 अप्रैल 2025 की घटना पर स्पष्टीकरण देते हुए रूस ने कहा कि उसकी सेना ने इस भारतीय स्वामित्व वाले सिविलियन ढांचे को न तो निशाना बनाया और न ही ऐसी कोई योजना थी.
‘हमने नहीं मारा’, रूस का दावा
रूसी दूतावास के अनुसार, उस दिन रूसी सैन्य कार्रवाई का लक्ष्य थे. इनमें यूक्रेनी सैन्य उद्योग का विमान संयंत्र, सैन्य हवाई अड्डे का ढांचा और बख्तरबंद वाहन मरम्मत केंद्र और ड्रोन असेंबली वर्कशॉप शामिल थे. संभावना है कि यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली का कोई मिसाइल लक्ष्य भेदने में विफल रहा और आबादी वाले इलाके में जा गिरा.
रूसी दूतावास ने जोर देकर कहा कि ‘विशेष सैन्य अभियान’ के दौरान रूस ने कभी नागरिक सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया. बयान में कहा गया कि यूक्रेनी सेना अक्सर शहरी इलाकों में वायु रक्षा प्रणालियां तैनात करती है, जिससे नागरिकों को खतरा होता है.
रूस ने जान-बूझकर हमला किया: यूक्रेन
यूक्रेन ने राजधानी कीव में कुसुम ग्रुप की यूनिट ‘ग्लैडफार्म’ पर ड्रोन से हमले का दावा किया था. यूक्रेन में भारत के लिए राजदूत ओलेक्ज़ेंडर पोलिशचुक ने बुधवार को दावा किया कि यह हमला जानबूझकर किया गया था, क्योंकि कुसुम ग्रुप ने युद्ध के दौरान यूक्रेन को जरूरी मानवीय सहायता दी थी. इस हमले में कंपनी को लगभग 25 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है.
यूक्रेन का आरोप है कि रूस अब फार्मास्युटिकल यूनिट्स और जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर को टारगेट कर रहा है. रात के वक्त ईरान निर्मित ‘शहीद’ ड्रोन से हमले इसलिए किए जा रहे हैं ताकि दिन में इंटरसेप्ट होने से बचा जा सके.
कुसुम ग्रुप की ओर से एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा गया कि कंपनी भारी नुकसान के बावजूद जल्द से जल्द दवाओं की सप्लाई बहाल करने की कोशिश कर रही है.
और पढ़ें
Credits To Live Hindustan