हांगकांग से बेटे ने मांगी शरण, 9 साल बाद मिला ऐसा झटका, कांपी परिजनों की रूह

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Delhi IGI Airport News: हांगकांग में शरण मांगने वाले अमृतसर मूल के एक युवक को दिल्‍ली के आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में हरपाल नामक इस युवक ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.

हांगकांग से बेटे ने मांगी शरण, 9 साल बाद मिला ऐसा झटका, कांपी परिजनों की रूह

हांगकांग में शरण के मामले में दिल्‍ली एयरपोर्ट पुलिस ने अब तक कुल तीन गिरफ्तारियां की हैं.

हाइलाइट्स

  • 2016 में नौकरी की तलाश में गया था हांगकांग
  • हांगकांग पहुंचने के साथ युवक ने मांगी थी शरण
  • 9 साल बाद हांगकांग की एजेंसीज ने दिया बड़ा झटका

Delhi IGI Airport News: दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. इस मामले में पंजाब मूल का एक युवक रोजगार की तलाश में नौ साल पहले हांगकांग गया और वहां की सरकार से शरण की मांग कर दी. वहीं, सालों के लंबे इंतजार के बाद हांगकांग की एजेंसीज ने ऐसा फैसला लिया, जिसके झटके न केवल इस युवक को झेलने पड़े, बल्कि पंजाब के अमृतसर में रहने वाले उसके परिजनों की भी रूह कांप गई.

दरअसल, इस मामले की शुरूआत आज से करीब नौ साल पहले फरवरी 2016 में हुई थी. अमृतसर शहर में रहने वाला युवक हरपाल सिंह रोजगार की तलाश में हांगकांग जाना चाहता था. उस समय 2 लाख रुपए के एवज में सनी नाम के एक एजेंट ने हरपाल सिंह को हांगकांग पहुंचा दिया. हांगकांग पहुंचते ही सनी ने हरपाल सिंह के पासपोर्ट को अपने कब्‍जे में ले लिया. वहीं साजिश के तहत, हरपाल ने हांगकांग में एसाइलम (शरण) के लिए आवेदन कर दिया.

2024 में हांगकांग ने दिया बड़ा झटका
हरपाल का यह आवेदन हांगकांग में 2016 से 2024 तक पेंडिंग रहा. वहीं 2024 में हांगकांग ने हरपाल के आवेदन को रद्द कर दिया और वापस भारत जाने का आदेश सुना दिया. बावजूद इसके हरपाल हांगकांग में ही बना रहा और किसी तरह छिप कर अपना जीवन यापन करता रहा. इसी बीच, हरपाल की हांगकांग में मौजूदगी की खबर वहां की सुरक्षा एजेंसियों को लग गई और उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. हरपाल कई महीने तक हांगकांग की जेल में रहा.

हांगकांग में हरपाल के साथ हुआ यह घटनाक्रम अमृतसर में रह रहे उसके परिजनों के लिए किसी झटके से कम नहीं था. हांगकांग में बेटे की कैद की खबर सुनकर ही परिजनों की रूह कांप गई थी. उन्‍हें अब समझ में नहीं आ रहा था कि आखिरकार वह अपने बेटे को इस मुसीबत से कैसे बचाएं. अप्रैल 2025 में हांगकांग की सुरक्षा एजेंसीज ने हरपाल को लेकर एक और फैसला किया. इस फैसले के तहत, उसे इमरजेंसी सर्टिफिकेट पर डिपोर्ट कर दिल्‍ली के आईजीआई एयरपोर्ट के लिए रवाना कर दिया गया.

दिल्‍ली पहुंचते ही बढ़ गई मुश्किलें
हरपाल 7 अप्रैल 2025 को डिपोर्ट होकर भारत जरूर आ गया, लेकिन उसकी मुसीबतें कम नहीं हुईं. आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचते ही ब्‍यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने उसे हिरासत में ले लिया और एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया. आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने इमिग्रेशन की शिकायत पर हरपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद, हरपाल ने अपने नौ साल पुराने इस सफर से जुड़े कई खुलासे किए हैं.

इन खुलासों के आधार पर आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने पंजाब से दो नई गिरफ्तारियां की है. गिरफ्तार होने वालों में नीरज और सनी नाम के दो युवक शामिल हैं. आईजीआई एयरपोर्ट की एडिशनल कमिश्‍नर ऑफ पुलिस उषा रंगनानी के अनुसार, इस मामले की तफ्तीश में पता चला कि आरोपी सनी और नीरज ने हरपाल के पासपोर्ट को अपने कब्‍जे में ले लिया था और उसके पासपोर्ट से अन्‍य युवक को गैरकानूनी तरीके से हांगकांग से दिल्‍ली भेजा था.

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