क्या होम्योपैथी से जानवरों का भी होता है इलाज? जानें चिकित्सा की इस पद्धति के अनसुने किस्से


World Homeopathy Day 2025 : आज वर्ल्ड होम्योपैथी डे है. 10 अप्रैल को होम्योपैथी के पितामह कहे जाने वाले डॉ. सैम्युअल हैनीमेन का जन्मदिन है. इसी अवसर पर होम्योपैथी को लेकर अवेयरनेस लाने का प्रयास किया जाता है. होम्योपैथी का सिद्धांत, किसी बीमारी का कारण ढूंढकर उसका इलाज करना न कि बीमारी को कुछ समय के दबा देना. इसके इलाज के दौरान मरीज का स्वभाव और आदतों के बारे में काफी कुछ पूछा जाता है.
इस पद्धति में रोग से ज्यादा रोगी की स्थिति पर गौर किया जाता है. इलाज के दौरान दवा तेजी से असर करे इसके लिए दवा लेने का खास तरीका होता है. जब हम होम्योपैथी की बात करते हैं, तो ज्यादातर लोगों के जेहन में इंसानों का इलाज आता है. सिरदर्द, एलर्जी, माइग्रेन या पुरानी बीमारियों में इसे नेचुरल विकल्प माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये पद्धति जानवरों के इलाज में भी उतनी ही कारगर है. जी हां, अब गाय, कुत्ते, बिल्लियां, घोड़े और यहां तक कि पक्षियों का भी इलाज होम्योपैथी से किया जा रहा है. आइए जानते हैं इससे जुड़े कुछ अनसुने किस्से…
जानवरों पर कैसे काम करती है होम्योपैथी
होम्योपैथी (Homeopathy) का सिद्धांत है- ‘Like Cures ‘Like’ यानी जो चीज बीमारी के जैसे लक्षण पैदा करे, वही छोटी मात्रा में इलाज कर सकती है. जानवरों के लिए होम्योपैथिक दवाइयां उनकी शारीरिक बनावट, व्यवहार और लक्षणों के आधार पर दी जाती हैं, ठीक उसी तरह जैसे इंसानों के केस में होता है. जैसे- अगर किसी गाय को बुखार और सुस्ती है, तो बेल्लादोन्ना (Belladonna) या Aconite (एकोनाइट) जैसी दवाएं दी जाती हैं. कुत्तों में स्किन एलर्जी या फंगल इंफेक्शन के लिए सल्फर (Sulphur), ग्रेफाइट्स (Graphites) जैसे रेमेडीज काम करते हैं.
जानवरों के इलाज के कुछ अनसुने किस्से
1. गांव की गाय और होम्योपैथी का कमाल
उत्तर प्रदेश के एक किसान ने बताया कि उसकी गाय बार-बार बुखार से परेशान रहती थी. कई ऐलोपैथिक इलाज के बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ. तब एक स्थानीय होम्योपैथिक डॉक्टर ने उसे सिर्फ तीन डोज Bryonia 200 दी और गाय बिल्कुल ठीक हो गई.
2. पेट डॉग की एंग्जाइटी का इलाज
एक पेट लवर ने बताया कि उसका पालतू कुत्ता तेज आवाजो से डरता था, आवाजें सुनकर ही थरथराने लगता था. उसे Phosphorus 30 दवा दी गई और हफ्ते भर में उसका बिहेवियर शांत हो गया.
3. घोड़े का पैर बिना ऑपरेशन ठीक हुआ
राजस्थान के एक फार्म में एक घोड़े के पैर में चोट थी और चल नहीं पा रहा था. ऑपरेशन की नौबत आ गई थी, लेकिन Ruta Grav 200 और Arnica से 15 दिन में वह चलने लगा.
क्या होम्योपैथी से इलाज कराना सुरक्षित है
एक्सपर्ट्स का कहना है कि होम्योपैथी पूरी तरह सेफ और साइड इफेक्ट फ्री होती है. खासतौर पर जानवरों के लिए, क्योंकि वे केमिकल्स और भारी दवाओं के प्रति ज़्यादा सेंसिटिव होते हैं. लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी दवा को जानवर को देने से पहले प्रशिक्षित होम्योपैथिक वैटनरी डॉक्टर से सलाह लें. उसके लक्षणों को सही तरह से समझना जरूरी है और डोज-पोटेंसी को लेकर किसी तरह की गड़बड़ी ना हो.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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