हो सकता है भारत-पाक सीमा बदल जाए… आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार का बड़ा बयान
Last Updated:
आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत-पाक सीमा बदल सकती है, जिससे कच्छ और लद्दाख के पास से हटकर पाकिस्तान के अंदर 100-150 किमी तक जा सकती है. उन्होंने पाकिस्तान के आंतरिक विघटन की संभावना जताई.

इंद्रेश कुमार ने बड़ा बयान दिया.
हाइलाइट्स
- भारत-पाक सीमा बदल सकती है: इंद्रेश कुमार
- सीमा परिवर्तन से पाकिस्तान के अंदर 100-150 किमी तक जा सकती है
- पाकिस्तान के आंतरिक विघटन की संभावना जताई
आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार का एक बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने संकेत दिया है कि आने वाले वक्त में भारत और पाकिस्तान के बीच की सीमा बदल सकती है. उनका कहना है कि अब समय आ गया है कि देश को इस परिवर्तन के लिए तैयार रहना चाहिए. इंद्रेश कुमार ने कहा कि यह संभव है कि भारत-पाक सीमा कुछ हिस्सों में जैसे कि कच्छ के रण और लद्दाख के पास से हटकर पाकिस्तान के अंदर तक 100-150 किलोमीटर तक चली जाए. शिमला में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यह बयान दिया.
इस बयान के क्या हैं मायने?
यह बयान सामान्य कूटनीतिक भाषा से कहीं आगे जाकर संभावित भू-राजनीतिक परिवर्तन की ओर इशारा करता है. अगर ये क्षेत्र पाकिस्तान से अलग होते हैं, तो दक्षिण एशिया की राजनीति में भारी बदलाव संभव है. यदि सीमा पाकिस्तान के भीतर खिसकती है और भारत को गिलगित-बाल्टिस्तान जैसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र मिलते हैं, तो चीन और CPEC जैसे मुद्दों पर भारत को निर्णायक बढ़त मिल सकती है. यह बयान सीधे-सीधे पाकिस्तान के आंतरिक विघटन और उसकी कमजोर हो रही स्थिति पर चोट करता है। यह संकेत देता है कि भारत सिर्फ रक्षात्मक नहीं, आक्रामक रणनीति पर भी विचार कर रहा है. इस बयान के जरिए इंद्रेश कुमार ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान के भीतर के विद्रोही गुटों को नैतिक समर्थन देने की बात कही है, जो पहले से ही पाकिस्तान से आज़ादी की मांग कर रहे हैं.
यूं ही कोई बयान नहीं
राजनीतिक मामलों के जानकारों का कहना है कि संघ के नेता यूं ही कोई बयान नहीं देता. इंद्रेश कुमार का यह बयान सिर्फ एक व्यक्तिगत राय नहीं बल्कि भारत की बदलती रणनीतिक सोच का संकेत हो सकता है. अगर आने वाले वर्षों में पाकिस्तान का आंतरिक संकट गहराता है, तो भारत इस मौके को भुनाने की तैयारी में भी हो सकता है. ऐसे में यह बयान एक बड़ी रणनीतिक पारी का संकेत बन सकता है, जिसमें नक्शे दोबारा खींचे जाएंगे और भारत की सीमा कहीं और जा सकती है.
About the Author
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group…और पढ़ें
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for ‘Hindustan Times Group… और पढ़ें
और पढ़ें
Credits To Live Hindustan