नगनथोई लापता! फोन ऑन, प्लेन क्रैश के बाद परिवार बोला– अफवाहें मत फैलाओ…

Plan Crash Update: इंफाल की वादियों में पसरा सन्नाटा उस वक्त चीख में बदल गया, जब मणिपुर के थौबल जिले की 20 साल की एयर होस्टेस कोंगब्राईलटपम नगनथोई शर्मा के लंदन जा रही फ्लाइट के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आई. एअर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI-171, जिसमें 242 लोग सवार थे, अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हादसे का शिकार हो गई.

नगनथोई उस विमान का हिस्सा थीं. वह बीते तीन सालों से एयर इंडिया की केबिन क्रू थीं. सपनों से भरी, मुस्कान से सजी ज़िंदगी का वो टुकड़ा, जो शायद अब सवालों में गुम हो गया है.
फोन में अब भी सिग्नल है… क्या वह जिंदा हैं?
उनके परिवार का दिल एक ही बात पर अटका है उनका फोन अब भी ऑन है. नगनथोई की बहन खेनजिता बताती हैं, “हमने उसे कई बार फोन किया, घंटी जा रही थी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इंटरनेट भी चालू है… हमने डर के मारे शाम 6 बजे के बाद कॉल करना बंद कर दिया ताकि बैटरी खत्म न हो जाए.”

परिवार का दिल एक ही बात पर अटका है उनका फोन अब भी ऑन है.

यह छोटी-सी उम्मीद, उनका जलता हुआ मोबाइल नेटवर्क, उनके जिंदा होने की सबसे बड़ी उम्मीद बन चुका है.

आख़िरी मैसेज: ‘मैं लंदन जा रही हूं… कुछ देर बात नहीं कर पाएंगे’
नगनथोई ने उड़ान से पहले अपनी बहन को एक आख़िरी मैसेज भेजा था—”मैं लंदन जा रही हूं. कुछ ही मिनट में उड़ान भरने वाले हैं. हम थोड़ी देर तक बात नहीं कर पाएंगे.” ये मैसेज अब परिजनों के मोबाइल में नहीं, उनके दिल में छप गया है.

‘वह अक्सर कहती थी—मुझे प्लेन क्रैश से डर लगता है’
उनकी बहन का कहना है, “वह कई बार कह चुकी थी कि उसे विमान दुर्घटनाओं से डर लगता है. वो कहती थी ‘अगर कभी कुछ हो गया तो मैं क्या करूंगी, पता नहीं.’ और आज वही डर सामने खड़ा है.”

टूट रहा परिवार
इंटरनेट पर उनकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं. खबरें आ रही है कि नगनथोई की मौत हो चुकी है, लेकिन परिजन अभी तक किसी पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं. परिवार की एक सदस्य कहती हैं, “हम डरे हुए हैं, रो रहे हैं… लेकिन सबसे ज्यादा तकलीफ अफवाहों से हो रही है. जब तक अधिकारिक पुष्टि न हो कृपया झूठ न फैलाएं.”

‘अहमदाबाद जा रहे हैं भाई’: परिवार अब खुद ढूंढ़ेगा जवाब
नगनथोई के दो भाई—एक दिल्ली से, एक चंडीगढ़ से—रात में अहमदाबाद घटनास्थल पहुंच रहे हैं. उनके परिवार को अब सिर्फ एक उम्मीद है कि शायद कोई चमत्कार, शायद कोई अच्छी खबर.

एक घर, तीन बहनें… और अधूरी कहानी
नगनथोई तीन बहनों में मझली हैं. बड़ी बहन निजी स्कूल में काम करती हैं और छोटी बहन कक्षा 9वीं की छात्रा है. मां-पिता की आंखों में अब केवल एक ही सवाल है—“नगनथोई कहां है?”

Credits To Live Hindustan

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