फरवरी में ही बना लिया था राजा की हत्या का प्लान,बुर्का पहन मेघालय से भागी सोनम

शिलांग. राजा रघुवंशी के हत्यारों की योजना किसी महिला की हत्या कर उसके शव को जलाने की थी, ताकि उसे राजा की पत्नी सोनम का शव बताया जा सके और सोनम सच्चाई सामने आने तक कुछ और दिनों तक छिपी रहे. मेघालय पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. मेघालय पुलिस को यह भी पता चला कि सोनम का कथित प्रेमी राज कुशवाह हत्या की साजिश का मास्टरमाइंड था और वह सह-साजिशकर्ता थी.
पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक सायम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राजा की हत्या की साजिश 11 मई को सोनम के साथ उसकी शादी से ठीक पहले इंदौर में रची गई थी तथा इसका मास्टरमाइंड राज कुशवाह है, जबकि सोनम ने इस साजिश के लिए सहमति जताई थी.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “आरोपियों की एक योजना यह थी कि लोगों को विश्वास दिलाया जाए कि वह झरने में बह गई होगी. दूसरी योजना यह थी कि किसी अनजान महिला की हत्या कर दी जाए, उसके शव को दोपहिया वाहन पर लाद दिया जाए, शव को जला दिया जाए और दावा किया जाए कि यह सोनम का शव है. हालांकि, कोई भी योजना सफल नहीं हुई.”
अधिकारी के अनुसार, सोनम ने अपना रेनकोट आकाश को दे दिया, क्योंकि उसकी शर्ट पर खून के धब्बे थे. उन्होंने बताया कि इसके बाद आरोपी स्कूटर से वीसावडोंग के लिए निकले और आकाश ने बाद में रेनकोट फेंक दिया, क्योंकि उस पर भी खून के धब्बे थे. एसपी ने बताया कि आरोपियों ने सोनम और राजा द्वारा किराये पर लिया गया दोपहिया वाहन भी एक स्थान पर छोड़ दिया. उन्होंने बताया कि जब सोनम के लापता होने की बात सामने आई, तो पुलिस ने रेनकोट और दोपहिया वाहन बरामद कर लिया.
इस बीच, मेघालय की मीडिया ने एक पर्यटक गाइड से बातचीत की, जिसने बताया कि उसने सोनम और राजा को तीन लोगों के साथ देखा था. पुलिस अधिकारी के मुताबिक, राज ने सोनम से कहा कि वह इंदौर छोड़कर सिलीगुड़ी में कहीं चली जाए और खुद को अपहरण का शिकार बताए, लेकिन आठ जून को जब सोनम इंदौर से निकली, तो मेघालय से दो पुलिस टीम सादे कपड़ों में उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश पहुंच गईं.
पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम उनके बयान दर्ज कर रहे हैं. हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं. एक बार जब हमें स्पष्ट तस्वीर मिल जाएगी-जैसा कि आरोपियों ने अलग-अलग बात कही है-तो हम सबूत इकट्ठा करेंगे और अपराध स्थल पर अपराध के दृश्य को दोहराएंगे.” पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि पुलिस इस मामले में अनिवार्य 90 दिनों के भीतर आरोप पत्र दाखिल कर देगी.
राजा रघुवंशी हत्याकांड के पांचों आरोपी फिलहाल मेघालय पुलिस की हिरासत में हैं, जिनसे पूछताछ के जरिये इस वारदात की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं. राजा और सोनम 23 मई को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में छुट्टियां मनाते समय लापता हो गए थे. राजा का शव दो जून को एक खड्ड में मिला था, जबकि सोनम घटना के बाद से लापता थी.
सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में पुलिस के सामने आठ जून को देर रात आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि कुशवाहा समेत चार आरोपियों को मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किया गया था. राजा का परिवार ट्रांसपोर्ट के कारोबार से जुड़ा है. सोनम और राजा की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी और वे 20 मई को हनीमून के लिए गुवाहाटी रवाना हुए थे. मेघालय पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) राजा रघुवंशी की हत्या के मामले की तहकीकात कर रहा है.
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