कैसी एक्सप्रेस रोड..जहां ट्रैफिक डांवा डोल
Kanpur News – एक्सप्रेस रोड व्यापारियों के लिए प्रमुख केंद्र है, लेकिन यहां गंदगी, गड्ढे और बुनियादी सुविधाओं की कमी है। व्यापारी शिकायत करते हैं कि पार्किंग की व्यवस्था नहीं है और सड़क पर सफाई का अभाव है। एक ही…
एक्सप्रेस रोड शहर का प्रमुख व्यापारिक केंद्र है। यहां के व्यापारी राजस्व में बड़ा योगदान देते हैं लेकिन बाजार में इनको सहूलियत के नाम पर कुछ भी नहीं मिल रहा है। मोबाइल एसेसरीज का काम करने वाले रोमित सोनी बताते हैं एक्सप्रेस रोड पर चारों तरफ गंदगी फैली है। सड़क पर कई जगह गड्ढे हैं। नालियां न होने से बारिश में इलाका जलमग्न रहता है। व्यापारियों का कहना है कि एक्सप्रेस रोड सिर्फ नाम की रोड बची है। यहां प्रशासन को मूलभूत सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए। मोबाइल और एसेसरीज का व्यापार करने वाले अनुराग गुप्ता बताते हैं कि एक्सप्रेस रोड पर व्यापार के लिए व्यापारी विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
यहां व्यापारी और ग्राहक के लिए कोई सुविधा नहीं है। लोग बाजार आ तो जाते हैं लेकिन पार्किंग की व्यवस्था न होने से परेशान होती है। पार्किंग न होने की वजह से बड़ी संख्या में थोक व्यापारियों ने बाजार से दूरी बना ली है। यही नहीं एक्सप्रेस रोड भी सिर्फ नाम की बची है। सड़क पर इतने गड्ढे हैं कि पैदल चलना भी कठिन है। व्यापारी पंकज अग्रवाल बताते हैं कि एक्सप्रेस रोड पर सिर्फ एक शौचालय है, जिसकी कभी सफाई नहीं होती। इसकी दुर्गंध से सड़क से निकलना दूभर है। सड़क किनारे इंटरलॉकिंग न होने से गंदगी फैली रहती है। रोड पर नालियां नहीं है जिसके चलते जलभराव होता है। विनय चावला कहते हैं कि एक्सप्रेस रोड पर लगभग हर दुकान में बेसमेंट है, लेकिन सीवर लाइन चोक होने के चलते यह सीवेज बेसमेंट में रिसता है। जिसकी वजह से दुर्गंध बनी रहती है। केडीए ने सभी को दुकानें दी हैं, लेकिन ऊपर की छत नहीं बेची। जिसके चलते दुकानों के ऊपर मजदूरों का एक पूरा गांव बस गया है। यही नहीं, बाजार में पानी के सार्वजनिक स्रोतों का अभाव है। साफ-सफाई के इंतजाम नहीं : एक्सप्रेस रोड पर हर तरफ गंदगी फैली हुई है। व्यापारी रौनक गुप्ता के मुताबिक एक्सप्रेस रोड व उसके आसपास की सभी गलियों में जगह-जगह गंदगी फैली हुई है। जिस तरह से दुकानों का कूड़ा व्यापारी शाम को सड़क किनारे डाल के जाते हैं वह सुबह वैसा ही पड़ा मिलता है। व्यापारियों का कहना है कि प्रमुख बाजार होने के बावजूद सफाई न होने से दिनभर फैली गंदगी के बीच कारोबार करने को मजबूर हैं। मांग है कि सफाईकर्मी तैनात कर नियमित रूप से साफ-सफाई कराई जाए। यहां फैले कूड़े का नियमित रूप से निस्तारण किया जाए। डस्टबिन न होने से व्यापारी इधर-उधर कूड़ा फेंकने को मजबूर हैं, जरूरी है कि उचित स्थानों पर डस्टबिन रखवाई जाएं। सड़क किनारे इंटरलॉकिंग न होने से परेशानी : व्यापारी रोमित सोनी बताते हैं कि एक्सप्रेस रोड के किनारे पर इंटरलॉकिंग न होने से व्यापारियों व ग्राहकों को परेशानी होती है। वह बताते हैं सड़क किनारे पूरे इलाके में इंटरलॉकिंग नहीं है, सड़क ऊंची होने के चलते ज्यादातर दुकानदारों ने सड़क के लेवल तक खाली जगह करने के लिए दुकानों के आगे मलबा डाल दिया। मलबे पर झाड़ू न लगने के चलते यह कूड़ा किनारे ही पड़ा रहता है। बाजार पहुंचने वाले खरीदार अक्सर ईंट पर पाव पड़ने पर चुटहिल हो जाते हैं। इसी तरह बारिश के मौसम में भी मलबे के ऊपर पानी जमा हो जाता है। कुछ स्थानों पर व्यापारियों ने निजी धन से फुटपाथ बनवा लिए हैं, पर कई जगह यह ऊपर नीचे हैं। इससे किनारे चलने वालों को परेशानी होती है। व्यापारियों की मांग है कि सड़क किनारे इंटरलॉकिंग कराई जाए। फुटपाथ सड़क की ऊंचाई तक किया जाए तो जरूर राहत मिलेगी। शनिदेव मंदिर के पीछे धंस गई सड़क : एक्सप्रेस रोड जगह-जगह उखड़ चुकी है। स्थानीय व्यापारी रोमित सोनी बताते हैं कि एक्सप्रेस रोड समेत कैनाल रोड पर कई जगह गड्ढे हो गए हैं। नमामि गंगे के काम के लिए सड़क की खोदाई की गई थी, लेकिन फिर इसे ऐसे ही पाट दिया गया। आवागमन से भी कई जगह सड़कों पर छोटे-छोटे गड्ढे हो गए हैं। एक्सप्रेस रोड पर शनिदेव मंदिर के पीछे सड़क धंसी हुई है। कोई हादसा न हो इसलिए लोगों को सचेत करने के लिए बैरीकेडिंग लगाई गई है। व्यापारियों का कहना है कि जगह-जगह सड़क पर गड्ढे लोगों के लिए समस्या बने हुए हैं। जरूरी है कि एक्सप्रेस रोड के साथ ही आसपास की सड़कें ठीक कराई जाएं। इससे व्यापारी, ग्राहक व राहगीर सभी को राहत मिलेगी। बाजार में सैकड़ों दुकानें पर सिर्फ एक यूरिनल,पानी का भी संकट : एक्सप्रेस रोड पर एक सैकड़े से अधिक दुकानें हैं। कई बड़े मार्केट है, लेकिन इन सभी के बीच सिर्फ एक ही स्थान पर यूरिनल है। व्यापारी पंकज अग्रवाल बताते हैं कि बाजार में बड़ी संख्या में दुकानें होने के बावजूद एक यूरिनल होने से परेशानी होती है। टॉयलेट जाने के लिए ग्राहकों व दुकानदारों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। ऐसे में लोग गलियों में ही टॉयलेट करने को मजबूर हैं। बाजार में बड़ी संख्या में महिला दुकानदार व ग्राहक भी पहुंचती हैं लेकिन उनके लिए एक भी पिंक टॉयलेट नहीं है। यहां पहुंचने वाली महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। व्यापारियों के मुताबिक रोड पर एकमात्र यूरिनल इतना गंदा है कि वहां पहुंचकर व्यक्ति बीमार पड़ जाए। व्यापारियों के मुताबिक बाजार में उचित स्थान पर कुछ यूरिनल लगवाए जाने चाहिए। पिंक टॉयलेट भी बनवाए जाएं। इससे व्यापारियों के साथ साथ यहां आने वाले ग्राहकों को भी राहत मिलेगी। बोले जिम्मेदार जो समस्याएं संज्ञान में लाई गईं हैं उन्हें दिखवाया जाएगा। मौके पर टीम भेजी जाएगी। जहां भी जो दिक्कत नगर निगम से संबंधित पाई गई उसके निस्तारण की व्यवस्था की जाएगी। सुधीर कुमार गहलौत, नगर आयुक्त बोले लोग एक्सप्रेस रोड पर कई जगह गड्ढे हैं। किनारे पर इंटरलॉकिंग नहीं है। पानी भरने की वजह से व्यापारियों ने मलबा डाल रखा है। रोड ठीक कराकर इंटरलॉकिंग कराई जाए। – रौनक शुक्ला इलाके की सीवर लाइन चोक होनी की वजह से अक्सर बेसमेंट में गंदा पानी भर जाता है। जिसकी वजह से व्यापार में कठिनाई होती है। नई सीवर लाइन बिछाई जानी चाहिए। – सुनीत ओमर दुकान आवंटित होने के साथ ही केडीए द्वारा दुकानदारों को एक-एक पार्किंग आवंटित करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन पार्किंग नहीं मिली। – राजीव गुप्ता एक्सप्रेस रोड व इसके आसपास के क्षेत्र में जगह-जगह गंदगी फैली रहती है। सफाईकर्मी कूड़ा भी नहीं उठाते हैं। सफाईकर्मी तैनात कर समय पर सफाई सुनिश्चित कराई जाए। – नितिन गुप्ता सैकड़ों दुकानों के बीच सिर्फ एक यूरिनल लगा हुआ है। वह भी इतना गंदा है कि लोग जाने से कतराते हैं। उचित स्थान देखकर यूरिनल लगवाएं व सफाई सुनिश्चित हो। – अनुराग गुप्ता कहीं भी महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट नहीं है। बाजार आने वाली महिलाएं टॉयलेट के लिए इधर-उधर भटकती हैं। उचित जगह तलाश कर क्षेत्र में पिंक टॉयलेट बने। – पंकज अग्रवाल रोड पर पानी का संकट है। दुकानदार व ग्राहक दोनों ही पानी खरीदते हैं। जरूरी काम के लिए भी पानी खरीदना पड़ता है। पानी का इंतजाम हो। – अमित गुप्ता क्षेत्र में साफ-सफाई न होने से गंदगी फैली रहती है। दुकानदार रुपये देकर दुकानों के सामने साफ-सफाई कराते हैं। प्रमुख बाजार में साफ-सफाई के उचित इंतजाम कराए जाएं। – रतन सिंह एक्सप्रेस रोड पर बारिश के मौसम में पानी जमा रहता है। सड़क किनारे नालियां बंद हो गई हैं। इंटरलॉकिंग न होने के चलते किनारे पर मलबा पड़ा है। इंटरलॉकिंग कराई जाए। – अमितेष गुप्ता प्रमुख बाजार होने के बावजूद यहां पर न तो पानी का इंतजाम है और न ही यूरिनल व पिंक टॉयलेट हैं। बाजार आने वाले ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। – अनुराग विश्नोई