हालत बहुत गंभीर है… ICU में भर्ती सत्यपाल मलिक ने फिर दिया हेल्थ अपडेट

दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक इन दिनों जिंदगी की सबसे कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्हें 11 मई को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और फिलहाल डायलिसिस पर हैं. कुछ दिनों से उन्हें ICU में रखा गया है. उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है. आज फिर उन्होंने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक इमोशनल पोस्ट शेयर किया जिसमें उन्होंने लिखा, “हालात बहुत गंभीर हैं. संपर्क सूत्र – 9610544972.”

सोशल मीडिया पर भावुक अपील
इससे पहले भी वे लगातार अस्पताल से अपनी बातें देशवासियों तक पहुंचा रहे हैं. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा था, “नमस्कार साथियों, मैं करीब एक महीने से अस्पताल में हूं और अब मेरी हालत बिगड़ती जा रही है. ICU में शिफ्ट किया गया है. मैं रहूं या ना रहूं, लेकिन देश को सच्चाई बताना चाहता हूं.”

राजनीति में ईमानदारी से जुड़ी बातें
सत्यपाल मलिक ने अपने राजनीतिक सफर को याद करते हुए कहा कि उन्होंने पूरी ईमानदारी से देश की सेवा की है. उन्होंने लिखा कि जब वह राज्यपाल थे, तब उन्हें 150-150 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश हुई थी, लेकिन उन्होंने कभी गलत रास्ता नहीं अपनाया. उनका कहना है कि उन्होंने चौधरी चरण सिंह के बताए रास्ते पर चलते हुए हमेशा सच का साथ दिया.



किसानों और पहलवानों के लिए उठाई आवाज
उन्होंने बताया कि जब किसान आंदोलन चल रहा था, तब उन्होंने बिना किसी राजनीतिक फायदे के किसानों की मांगों को समर्थन दिया. इसके अलावा, जब महिला पहलवानों ने इंसाफ के लिए आंदोलन शुरू किया, तब भी वे उनके साथ खड़े रहे.

पुलवामा हमले और सरकार पर सवाल
सत्यपाल मलिक ने फिर एक बार पुलवामा हमले को लेकर सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने लिखा कि शहीद जवानों के परिवारों को आज तक न्याय नहीं मिला और इस मामले की कोई जांच नहीं हुई. उन्होंने ये भी आरोप लगाए कि सरकार उन्हें डराने की कोशिश कर रही है और CBI के जरिए झूठे मामलों में फंसाना चाहती है. उन्होंने कहा कि जिन टेंडर घोटालों में उन्हें फंसाने की बात की जा रही है, उन टेंडरों को उन्होंने खुद रद्द किया था और इसकी जानकारी प्रधानमंत्री को भी दी थी.

आर्थिक हालात भी खराब
सत्यपाल मलिक ने अपने आर्थिक हालात पर भी खुलकर बात की. उन्होंने लिखा कि 50 साल की सार्वजनिक सेवा के बाद भी वे एक कमरे के मकान में रहते हैं और कर्ज में डूबे हुए हैं. उन्होंने कहा कि अगर उनके पास पैसे होते तो वे किसी प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवा रहे होते.

जनता से आखिरी अपील
अपनी पोस्ट में उन्होंने सरकार और जांच एजेंसियों से अपील की है कि उनके बाद जनता को सच्चाई जरूर बताई जाए. उन्होंने लिखा कि देश की जनता को यह जानना चाहिए कि इतने साल सेवा करने के बाद उनके पास क्या बचा है.

Credits To Live Hindustan

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